Next Story
Newszop

गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी से बाढ़ का खतरा मडराया, निचले इलाके में फैला पानी

Send Push
image

पटना। बिहार में मानसून की सक्रियता के साथ गंगा नदी का जलस्तर भी अब तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पटना, बक्सर और भागलपुर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। आज केंद्रीय जल आयोग और मौसम विज्ञान केंद्र, पटना की रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी पटना के दीघा घाट पर खतरे के निशान (50.45 मीटर) से 2.36 मीटर नीचे (48.09 मीटर) और गांधी घाट पर खतरे के निशान (50.52 मीटर) से 1.51 मीटर नीचे (47.09 मीटर) बह रही है। बक्सर में गंगा चेतावनी स्तर (59.32 मीटर) से 2.87 मीटर नीचे (57.43 मीटर) है। भागलपुर में यह खतरे के निशान (33.68 मीटर) से 3.16 मीटर नीचे (30.52 मीटर) दर्ज की गई।

पटना के निचले इलाकों में दानापुर, पंडारक और फतुहा में मंगलवार सुबह से ही पानी प्रवेश करने लगा है, जिससे स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ गई है। दीघा नहर के रास्ते पानी को गंगा में डायवर्ट करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है। बक्सर में गंगा घाटों की सीढ़ियां डूब चुकी हैं और सहायक नदी कर्मनाशा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। भागलपुर में गंगा हर घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है। जिससे सुल्तानगंज, नाथनगर और नवगछिया जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।


जल संसाधन विभाग ने गंगा की सहायक नदियों सोन, गंडक और कोसी, में जलस्तर बढ़ने के कारण अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश के बाणसागर बांध से 1.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो सोन नदी के जरिए गंगा में पहुंच रहा है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने भी गंगा के जलस्तर को बढ़ाया है। विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिनों तक जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है।

गया-जहानाबाद और जमुई में अति भारी बारिश का अलर्ट
दक्षिण बिहार के गया, नवादा और जमुई में आज आति भारी बारिश का अलर्ट है। जबकि पटना, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी है। पिछले 48 घंटों में वज्रपात से 8 से अधिक मौतें हुई हैं, जिसके चलते लोगों को खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकने की सलाह दी गई है। बिहार सरकार ने जिला प्रशासनों को अलर्ट रहने और राहत सामग्री, नाव और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

Loving Newspoint? Download the app now