जयपुर। राजस्थान में बुधवार को पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त हो गया है। इसके साथ ही राज्य में गर्मी ने जोर पकड़ लिया है। तापमान तेजी से बढ़ रहा है और लोगों को भीषण गर्मी का अहसास होने लगा है। बुधवार को प्रदेश के 19 शहरों में दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा मापा गया।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पूरे राज्य में गर्मी और बढ़ेगी। कई जिलों में अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। बीकानेर और श्रीगंगानगर में 15 से 17 मई तक लू चलने का अनुमान जताया गया है। बुधवार को श्रीगंगानगर का तापमान 45.1 डिग्री मापा गया, जो राज्य में सबसे ज्यादा रहा।
हालांकि कुछ जगहों पर हल्की बारिश और आंधी ने थोड़ी राहत भी दी।
श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ और रजियासर में बारिश के साथ ओले गिरे, वहीं उदयपुर, कोटा, बीकानेर, जयपुर और भरतपुर के कुछ इलाकों में तेज हवा चलीं और बादल छाए।
बीकानेर में पाकिस्तान की सीमा से रेत का बवंडर आया, जिससे सीमावर्ती इलाकों में आसमान पूरी तरह धूल से ढक गया। पूगल क्षेत्र में धूल का गुबार छा गया, जिससे दृश्यता कम हो गई और जनजीवन प्रभावित हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 15 से 17 मई तक बीकानेर और श्रीगंगानगर में लू चलेगी। वहीं 17 और 18 मई को जयपुर, भरतपुर और उदयपुर संभाग के कुछ जिलों में आंधी और बारिश की संभावना है, जिसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी राजस्थान में भी 15 मई से मौसम शुष्क रहेगा और तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। कोटा और भरतपुर संभाग में गुरुवार दोपहर बाद कुछ स्थानों पर मेघगर्जन और बारिश हो सकती है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जयपुर, जयपुर ग्रामीण, केकड़ी और शाहपुरा में तेज हवाएं चल सकती हैं और बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका है। कोटा और बूंदी में भी बादल छाने और बारिश की संभावना जताई गई है।
You may also like
एनआरएआई ने नई दिल्ली और भोपाल में होने वाले शॉटगन चयन ट्रायल्स 2 और 3 की तारीखों की घोषणा की
जेएनयू ने राष्ट्रहित में तुर्की से समझौता किया रद्द : कुलपति
कोचिंग छात्रों की आत्महत्याओं पर हाईकोर्ट ने सरकार को घेरा, पुछा-- अबतक कानून क्यों नहीं बनाया गया ?
जोधपुर मथानिया चिकित्सालय में 12 अधिकारी-कर्मचारी मिले अनुपस्थित
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बेटे का निधन, 25 साल से व्हीलचेयर पर थे, कांग्रेस नेताओं ने जताया दुख