भोपाल । मध्य प्रदेश में आज (सोमवार से) ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो रही है। इस वर्ष संपूर्ण प्रदेश में तीन लाख 51 हजार मैट्रिक टन मूंग केंद्र सरकार द्वारा खरीदा जाना प्रस्तावित किया गया है। हालांकि, अब तक शासन द्वारा उपार्जन नीति को स्पष्ट नहीं किया गया, जिससे किसान असमंजस में हैं कि सरकार प्रति एकड़ कितने क्विंटल मूंग की खरीदी उनसे करेगी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में किसानों ने अपनी उपज सरकारी मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन कराया है।
इस बार मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग उपार्जन के लिए 3.51 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित है। सरकार की ओर से प्रदेश के 36 जिलों में मूंग की खरीद की जाएगी। खरीदी की यह प्रक्रिया 6 अगस्त तक चलेगी।
इन जिलों में होगी मूंग की खरीदी
नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट, सतना।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जित की जाने वाली मूंग के लिये संबंधित किसानों को पंजीयन कराना अनिवार्य है। इसके लिए किसान की फसल का नाम, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, आईएफसी कोड सहित भूअधिकार ऋण पुस्तिका की स्व-प्रमाणित छायाप्रति संलग्न करना होगी। बैंक खाता राष्ट्रीयकृत बैंक एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखा का होना अनिवार्य है। ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन करने की जिम्मेदारी संबंधित उपार्जन करने वाली सहकारी संस्थाओं की होगी।
You may also like
Ayatollah Ali Khamenei: इजरायल और अमेरिका से युद्ध के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखे खामेनेई
मां और बेटे की करतूत देखिए! बच्चे का अपहरण कर किसी निसंतान रईस दंपती को बेचने का था प्लान, जानिए कैसे बनाई पूरी योजना
रूस को अंटार्कटिका में हाथ लगा काले सोने का महाभंडार, सऊदी अरब से दोगुना बड़े तेल रिजर्व की खोज, शुरू होगी एक नई जंग!
Rajasthan: जोगाराम पटेल का गहलोत पर निशाना, कहा- पूर्व सीएम को हेडलाइंस में बने रहने की कोशिश छोड़ देनी चाहिए
417 गुना रिटेल सब्सक्रिप्शन, GMP ने मचाया तूफान, क्या Cryogenic OGS का IPO बना मुनाफे की मशीन?