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शर्मिष्ठा पनोली के समर्थन में अशोक पंडित आए आगे, बोले- 'उसे अकेला मत छोड़ो, अपनी आवाज उठाओ'

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मुंबई, 2 जून (आईएएनएस)। 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बयान देने के आरोप में गिरफ्तार 22 साल की लॉ स्टूडेंट और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के बाद अब फिल्म निर्माता और इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स असोसिएशन (आईएफटीडीए) के अध्यक्ष अशोक पंडित शर्मिष्ठा के समर्थन में आए आए हैं।

इंस्टाग्राम के स्टोरीज सेक्शन पर शर्मिष्ठा पनोली की एक तस्वीर शेयर कर अशोक पंडित ने देशवासियों से उसके समर्थन में साथ देने की अपील करते हुए कैप्शन में लिखा, “अपनी आवाज उठाओ, उसे अकेला मत छोड़ो। अपनी आवाज उठाओ। क्योंकि, अत्याचार के सामने चुप रहना एक तरह की सहभागिता है। जब भी आप अपनी नजरें दूसरी ओर घुमाते हैं, तो शिकारी अपने पंजे और तेजी से मारने की फिराक में रहता है। सबकी निगाहें शर्मिष्ठा पर हैं।”

इससे पहले शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी से नाराज कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि एक गलती के कारण किसी का पूरा करियर तबाह करना गलत है।

कंगना रनौत ने यह भी कहा था कि किसी को 'लॉ एंड ऑर्डर' के नाम पर इस तरह से परेशान करना ठीक नहीं है, जब उसने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली हो और आपत्तिजनक पोस्ट को हटा लिया हो। किसी एक गलती के कारण उसके पूरे करियर और कैरेक्टर को तबाह कर देना न्यायसंगत नहीं है। ऐसा व्यवहार किसी भी बेटी के साथ नहीं होना चाहिए।

इसके साथ ही कंगना रनौत ने बंगाल सरकार से अपील की कि राज्य को 'नॉर्थ कोरिया' न बनाया जाए, बल्कि लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाए।

कंगना ने ममता बनर्जी से अनुरोध किया कि शर्मिष्ठा की कम उम्र और भविष्य को देखते हुए उसे जल्द से जल्द रिहा किया जाए, क्योंकि यह एक तरह से उसकी पूरी जिंदगी को बर्बाद करने की साजिश प्रतीत होती है, जिसे समर्थन नहीं दिया जा सकता।

बता दें कि कोलकाता के गार्डनरीच थाने की पुलिस ने शर्मिष्ठा को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था और शनिवार दोपहर कोलकाता के सिटी कोर्ट में पेश किया था। मामले में विस्तृत सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

दरअसल, शर्मिष्ठा पनोली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बॉलीवुड की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने समुदाय विशेष को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया और अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। इसके बाद 15 मई को उनके खिलाफ गार्डनरीच थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।

कड़ी आलोचनाओं के बाद शर्मिष्ठा ने वीडियो हटा दिया और मामले में सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी, लेकिन गिरफ्तारी से नहीं बच सकीं। यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

--आईएएनएस

एमटी/एएस

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