कार्यक्रम की शुरुआत लेजर एनिमेशन के जरिए सबसे पहले भगवान राम के जन्म से हुई। इसके बाद वनवास, राक्षस वध से लेकर रावण के संहार तक श्रीराम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया। राम राज्य की स्थापना के दृश्य पर परिसर श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।पर्दे पर पड़ती लेजर की किरणों का ऐसा जीवंत संगम हुआ कि एक से एक बिंदु जब जुड़े तो कभी भगवान राम तो कभी मां सीता की रंगबिरंगी तस्वीरें बनती चली गईं। एक के बाद एक तस्वीरें रामायण से जुड़े प्रसंगों को दर्शाती चली गईं। इस शो में राम की महिमा का विशेष ध्वनि और लाइट के द्वारा संगीतमयी दर्शन हुआ। संगीत की मधुर ध्वनियों और लेजर के मनोहारी दृश्य के साथ हुआ रामायण की अनुभूति से दर्शकों का मन भाव विभोर हो उठा।
कैनवास पर श्रीराम स्तुति
लेजर, लाइट एंड साउंड में इसके बाद वंदे मातरम और दुर्गा स्तुति का भी सुन्दर प्रदर्शन किया गया। शो के आखिर में एक बार फिर गाज स्क्रीन से बनाए गए एक बड़े कैनवास पर श्रीराम स्तुति का आयोजन किया गया। रंग-बिरंगी लेजर लाइट, उनके डॉट्स से बनते चित्र और उन चित्रों को जीवंत करता स्क्रीन के पीछे से आता साउंड इतना अद्भुत था कि हर एक दर्शक कौतूहल से दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो गया।
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