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Ajmer जिले के 80 प्रतिशत तालाबों-बांधों में हुई पानी की आवक, वीडियो में देखें बीसलपुर बांध का निर्माण

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अजमेर  न्यूज़ डेस्क, अजमेर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहर और जिले में चिन्हित झीलों-बांधों और तालाबों में पानी के सैंपल लेने में जुटा है। कई जलाशयों में अच्छी बरसात से पानी की आवक हुई है। इससे ऑक्सीजन लेवल में सुधार होने की उम्मीद है। कई जलाशयों में कम पानी होने से मिट्टी-प्रदूषण में इजाफा हो सकता है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चिन्हित जलाशयों में पानी के सैंपल लेता है। इनमें अजमेर की आनासागर झील, पुष्कर सरोवर, किशनगढ़ का हमीर सागर तालाब सहित अन्य बांध-जलाशय शामिल हैं।

प्रदूषण ऑक्सीजन की जांच : बोर्ड चिन्हित झील-तालाब-बांधों में प्रदूषण और ऑक्सीजन लेवल की जांच करता है। पानी के सैंपल लेकर लैब में टेस्टिंग कराई जाती है। यह रिपोर्ट राज्य प्रदूषण मंडल, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भी जाती है। इसके आधार पर जलाशयों में पानी की शुद्धता, प्रदूषण और ट्रीटमेंट की योजना बनाई जाती है।

ये हैं शुद्ध पानी के मानक : कॉलेज शिक्षा निदेशालय के प्रो. आलोक चतुर्वेदी ने बताया कि शुद्ध पानी में क्लोराइड की मात्रा 600 से 1000 पीपीएम (प्रति लीटर मिलीग्राम), सल्फेट की 400, सल्फाइड की मात्रा 0.1, नाइट्रेट की 20 से 100, कैल्शियम की 200, मैग्निशियम की 100 से 150 और नाइट्राइट की मात्रा 10 पीपीएम तक होनी चाहिए।

मानसून रहा मेहरबान

इस बार मानसून मेहरबान रहा है। जिले के 80 प्रतिशत तालाबों-बांधों में पानी की आवक हुई है। आनासागर, फायसागर झील ओवरफ्लो हुए हैं। पुष्कर सरोवर में भी जलस्तर 22 से 25 फीट तक पहुंचा है। लिहाजा बरसात से जलाशयों से पुराने गंदे पानी की सफाई हुई है।

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