राजस्थान की राजनीति में भले ही चेहरे बदलते रहते हों, लेकिन सोशल मीडिया पर अभी भी कुछ नेताओं की मजबूत पकड़ है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे की लोकप्रियता इसका बड़ा उदाहरण है। दोनों नेता अब सत्ता में नहीं हैं, फिर भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उनकी मौजूदगी और जनता का समर्थन उन्हें शीर्ष पर बनाए हुए है।
गहलोत और वसुंधरा का सोशल मीडिया पर दबदबा: अशोक गहलोत के एक्स (पूर्व ट्विटर) पर 5.1 मिलियन यानी 51 लाख फॉलोअर्स हैं, जो राजस्थान के किसी भी नेता की तुलना में सबसे ज्यादा है। वहीं, फेसबुक पर वसुंधरा राजे सबसे आगे हैं। उनके 9.5 मिलियन यानी 95 लाख फॉलोअर्स हैं। वसुंधरा के एक्स पर भी 4.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें गहलोत के बाद दूसरी सबसे लोकप्रिय नेता बनाता है।
सचिन पायलट ने डिजिटल पकड़ मजबूत की: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की भी सोशल मीडिया पर मजबूत पकड़ है। उनके एक्स पर 5 मिलियन और फेसबुक पर 3 मिलियन फॉलोअर्स हैं। वे एक्स पर वसुंधरा राजे से मामूली अंतर से पीछे हैं, लेकिन फेसबुक पर उनसे काफी पीछे हैं। हालांकि, पायलट मौजूदा डिप्टी सीएम दीया कुमारी से काफी आगे हैं। दीया के एक्स पर 559k और फेसबुक पर 731k फॉलोअर्स हैं।
फेसबुक पर नेताओं के फॉलोअर्स
सीएम भजनलाल और पार्टी अध्यक्षों का प्रदर्शन फीका: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोशल मीडिया पर वरिष्ठ नेताओं से काफी पीछे हैं। उनके एक्स पर सिर्फ 365k और फेसबुक पर 709k फॉलोअर्स हैं। इसी तरह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ एक्स पर सिर्फ 17.3k और फेसबुक पर 123k फॉलोअर्स के साथ काफी पीछे हैं। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एक्स पर 1.6 मिलियन और फेसबुक पर 675k फॉलोअर्स के साथ उनसे काफी आगे हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी पीछे: वहीं, कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की बात करें तो जूली भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शीर्ष नेताओं से काफी पीछे हैं। उनके एक्स पर सिर्फ 62.5k और फेसबुक पर 2.97 लाख फॉलोअर्स हैं।
एक्स पर नेताओं के फॉलोअर्स
पार्टी स्तर पर, भाजपा सोशल मीडिया पर मजबूत है: जहां कांग्रेस के कई नेता व्यक्तिगत रूप से सोशल मीडिया पर मजबूत हैं, वहीं पार्टी स्तर पर भाजपा कांग्रेस से आगे है। राजस्थान भाजपा के एक्स पर 971k फॉलोअर्स हैं और राजस्थान कांग्रेस के केवल 412k फॉलोअर्स हैं। फेसबुक पर भी भाजपा (2.7 मिलियन) कांग्रेस (1 मिलियन) से काफी आगे है। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा का संगठनात्मक डिजिटल प्रबंधन अधिक प्रभावी है।
तीसरे मोर्चे में हनुमान बेनीवाल सबसे आगे: क्षेत्रीय दलों की बात करें तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय क्षेत्रीय नेता हैं। उनके एक्स पर 1.2 मिलियन और फेसबुक पर 1.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें तीसरे मोर्चे में सबसे ऊपर रखता है।
राजस्थान की राजनीति में सोशल मीडिया अब एक बड़ा हथियार बन गया है, जहां पुराने चेहरे अभी भी लोकप्रियता बनाए हुए हैं, जबकि नए नेताओं को अभी भी इस मोर्चे पर कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। सत्ता में रहने या न रहने से ज्यादा, जनता से संवाद बनाए रखना अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निर्भर होता जा रहा है। यही कारण है कि ज्यादातर नेता सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, खासकर अशोक गहलोत। हाल ही में सीएम भजनलाल का बयान भी सामने आया था।
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