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Kota Controversy: स्कूल ने कलमा पढ़ाने पर मचा बवाल शांत करने के लिए VHP को लिखा लेटर, लिखा - 'अब नहीं दोहराई जाएगी गलती'

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कोटा के बख्शी स्प्रिंगडेल स्कूल में स्कूली बच्चों से कलमा पढ़वाने के मामले में नया अपडेट सामने आया है। ज़ी मीडिया की खबर का बड़ा असर हुआ है। अब स्कूल प्रशासन इस मामले में बैकफुट पर आ गया है और विश्व हिंदू परिषद को पत्र लिखकर गलती स्वीकार की है। विश्व हिंदू परिषद को लिखे पत्र में कहा गया है कि अब स्कूल में विवादित प्रार्थना नहीं करवाई जाएगी। आपको बता दें कि इसके लिए स्कूल प्रशासन ने विधिवत विश्व हिंदू परिषद को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। स्कूल में कलमा पढ़ने से जुड़ी प्रार्थना करवाने को लेकर विवाद हुआ था।

क्या था पूरा मामला

दरअसल, कोटा के बोरखेड़ा स्थित बख्शी स्प्रिंगडेल स्कूल में प्रार्थना के दौरान हिंदू छात्रों से कलमा पढ़वाने का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसे लेकर विवाद गहरा गया। वायरल वीडियो के आधार पर हिंदू संगठनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। विवाद की जड़ में वो वीडियो है, जिसमें स्कूल की प्रार्थना सभा के दौरान कलमा पढ़े जाने की बात सामने आई थी।

हालांकि, स्कूल प्रबंधन का दावा है कि यह वीडियो कई साल पुराना है और इसे वार्षिक समारोह के दौरान रिकॉर्ड किया गया था। शिक्षा विभाग भी सक्रिय हो गया। विभाग द्वारा गठित जाँच दल ने स्कूल का दौरा किया, प्रार्थनाओं को रिकॉर्ड किया और छात्रों से भी बात की। स्कूल की प्रार्थना में सभी धर्मों की प्रार्थनाएँ करवाई गईं, ताकि माहौल सामान्य बना रहे।

स्कूल संचालक ने सफाई देते हुए कहा कि स्कूल में पिछले 30 सालों से 'सर्वधर्म प्रार्थना' का आयोजन होता आ रहा है। उन्होंने बताया कि उनके पिता सेना में तीन युद्धों में हिस्सा ले चुके हैं और वे खुद नौसेना से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने कहा कि "शिक्षा का कोई धर्म नहीं होता, और हम सभी धर्मों का सम्मान करते हुए सर्वधर्म प्रार्थना करते हैं।" हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई और कहा कि छात्रों पर धार्मिक विचार थोपना गलत है और अगर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद अब स्कूल प्रशासन बैकफुट पर आ गया है।

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