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Alwar शरद पूर्णिमा पर आज लगेगा खीर का भोग, वीडियो में जानें पूजा विधि, खीर का महत्व

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अलवर न्यूज़ डेस्क, शरद पूर्णिमा 17 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन घरों और मंदिरों में खीर बनाकर रात्रि 12 बजे भगवान को भोग लगाया जाएगा। इस दिन चंद्रमा की रोशनी में खीर रखने की परंपरा है। पंडित तपेश अवस्थी ने बताया कि अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 16 अक्टूबर को रात्रि 8.40 से प्रारंभ हो रही है। पूर्णिमा तिथि का समापन अगले दिन 17 अक्टूबर गुरुवार को शाम 04:56 पर होगा।

शरद पूर्णिमा का पर्व 16 अक्टूबर 2024 बुधवार को ही मनाया जाएगा। इस दिन चंद्रोदय शाम 5:05 पर होगा। ऐसे में शरद पूर्णिमा या कोजागर पूर्णिमा या महारास पूर्णिमा 16 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। इसी दिन रात्रि में चंद्रमा की रोशनी में खीर रखी जाएगी एवं पूर्णिमा का व्रत व सत्यनारायण व्रत 17 अक्टूबर गुरुवार को किया जाएगा।

इसी प्रकार श्री लालदास धर्म प्रचारक संघ ट्रस्ट के तहत बुधवार को लालदास मंदिर, धोलीदूब में शरद पूर्णिमा महोत्सव, भजन संध्या और खीरान्ना भोग का आयोजन होगा। 17 अक्टूबर को दिल्ली दरवाजा स्थित मंदिर पर भी उत्सव मनाया जाएगा। ट्रस्ट के व्यवस्थापक महेश अग्रवाल ने बताया कि यह पर्व 16-17 अक्टूबर को तीनों लालदास मंदिरों में हर्षोल्लास से मनाया जाएगा ।

वेंकटेश बालाजी धाम में शरद पूर्णिमा उत्सव आज : वेंकटेश बालाजी दिव्य धाम में 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया जाएगा। काला कुआं रामकृष्ण कॉलोनी स्थित श्री वेंकटेश बालाजी दिव्य धाम में विराजमान श्री लड्डू गोपाल जी का अभिषेक कर सफेद पोशाक धारण कराई जाएगी तथा मधुसूदन वेद विद्यालय के छात्र व आचार्य द्वारा श्री गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ होगा। स्वामी सुदर्शनाचार्य के प्रवचन होंगे। महिला मंडल की ओर से भजन संकीर्तन तथा रात्रि में 12 बजे आरती कर भक्तों को खीर का प्रसाद वितरित किया जाएगा।

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