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पेपर बदलने का खेल! कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा, उदयपुर और श्रीगंगानगर में मचा हड़कंप

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उदयपुर जिले के आलोक स्कूल हिरणमगरी सेक्टर-11 और अरावली शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय देबारी में पेपर बॉक्स बदलने के मामले सामने आए हैं। वहीं, श्रीगंगानगर जिले के गुरुनानक खालसा सी-सेक्टर विद्यालय और एसजीएन खालसा कॉलेज केंद्रों पर भी रविवार को पेपर बॉक्स बदलने के मामले सामने आए। अधिकारियों के अनुसार, लेबल कोड में गलती के कारण पेपर बॉक्स बदलने की घटना हुई। दो केंद्रों पर पेपर कम निकले तो रिजर्व पेपर से परीक्षा करवाई गई। लेकिन इसके चलते पहली पारी में परीक्षा देरी से शुरू हुई। हालांकि, अभ्यर्थियों को पेपर हल करने के लिए अतिरिक्त समय भी दिया गया।

उदयपुर शहर भीड़ और जाम में उलझा रहा

रविवार का दिन पुलिस प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। कांस्टेबल भर्ती-2025 के तहत दूसरे दिन रविवार को दो पारियों में परीक्षा हुई। दिन भर में 28 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी उदयपुर आए। इसके अलावा, शहर में बड़े आयोजनों और रविवार को पर्यटकों की मौजूदगी के कारण यातायात का दबाव भी अचानक बढ़ गया। परीक्षा, पर्यटकों की भीड़ और आयोजनों की अधिकता के कारण हालात ऐसे थे कि शहरवासी भीड़ और जाम में उलझे नजर आए। रविवार को शहर के 62 केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा हुई। पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक थी। उदयपुर पुलिस का अधिकांश भाग परीक्षा व्यवस्थाओं में लगा रहा, जबकि यातायात व्यवस्था बेपटरी नजर आई। देर रात तक परीक्षार्थियों की आवाजाही जारी रही। ऐसे में सड़कों पर परीक्षार्थियों और वाहनों की भीड़ देखी गई। रोडवेज प्रबंधन की ओर से जयपुर और जोधपुर रूट पर 90 अतिरिक्त बसें लगाई गईं।

इस परीक्षा में यह रही स्थिति

-दोनों पालियों में 40,356 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।

-दोनों पालियों में 28,159 परीक्षार्थी बैठे।

-12,197 परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं आए।

-69.77 प्रतिशत परीक्षार्थियों की उपस्थिति रही।

पहले की तुलना में दूसरे और तीसरे पेपर आसान रहे

परीक्षा विशेषज्ञ प्राचार्य संजय लूणावत, कमांडर बादल सोनी, माई मिशन कोचिंग संस्थान के निदेशक शुभम जैन ने बताया कि दूसरे दिन के पेपर में भी राजस्थान के भूगोल, इतिहास, कला एवं संस्कृति, सामान्य विज्ञान, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंटरनेट, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर अपराध, डिजिटल फोरेंसिक, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, सामान्य ज्ञान, तार्किक क्षमता, प्रमुख समसामयिक घटनाएँ, महिला एवं बाल अधिकार और उनके लिए सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रश्न पूछे गए।

दूसरे दिन के पेपर का स्तर पहले पेपर की तुलना में आसान रहा। कंप्यूटर और उससे संबंधित विषयों के प्रश्न पहले पेपर की तुलना में आसान थे। दोनों पेपर में कोड, मिलान, कथन-निष्कर्ष के प्रश्न नहीं थे। दूसरे और तीसरे पेपर का स्तर पहले पेपर की तुलना में आसान रहा।

प्रश्नपत्रों की संख्या कम होने पर हंगामा

श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर रविवार को कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक थी। परीक्षा के लिए 24 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।

पहली पाली में दो शिक्षण संस्थानों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के बक्से बदले गए। इस कारण, इन बक्सों में प्रश्नपत्रों की संख्या कम होने पर हंगामा हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक स्वयं वहाँ पहुँचे और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता बनाए रखते हुए वीडियोग्राफी कराई और बड़ी गलती पर काबू पाया।

गलत कोड के कारण समस्या उत्पन्न हुई

पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि पहली पाली में सभी 24 परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के बॉक्स समय पर और नियमानुसार प्रोटोकॉल के साथ पहुँचा दिए गए, लेकिन दो परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के बॉक्स पर परीक्षा केंद्र के लेबल कोड में तकनीकी त्रुटि के कारण गुरुनानक खालसा सी सेक्टर विद्यालय के प्रश्नपत्र बॉक्स एसजीएन खालसा महाविद्यालय पहुँच गए। वहीं, एसजीएन खालसा महाविद्यालय के प्रश्नपत्र बॉक्स गुरुनानक खालसा सी सेक्टर विद्यालय पहुँच गए।

गुरुनानक खालसा स्कूल में छात्रों की संख्या 408 और एसजीएन खालसा कॉलेज में छात्रों की संख्या 600 थी। खालसा कॉलेज में प्रश्नपत्रों की संख्या कम होने के कारण पहले आरक्षित प्रश्नपत्रों का उपयोग किया गया। उन्हें सील कर दिया गया और वीडियोग्राफी भी कराई गई। एसपी ने बताया कि गुरुनानक खालसा स्कूल से अतिरिक्त प्रश्नपत्रों को नियमों के अनुसार सील कर दिया गया और प्रोटोकॉल का पालन किया गया तथा वीडियोग्राफी की गई तथा उनकी मौजूदगी में उन्हें एसजीएन खालसा महाविद्यालय पहुंचाया गया।

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