अलवर न्यूज़ डेस्क, साइबर फ्रॉड के मामले में अलवर के सदर थाना क्षेत्र के तूलेड़ा गांव के 22 साल के युवक की दिल्ली जेल में संदिग्ध मौत होने पर दूसरी बार थाने के पास रात को परिजन व ग्रामीणों ने हंगामा किया। लेकिन बाद में तीन थानों की पुलिस ने पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश कर रात को ही मृतक को दफनाया गया।
सदर थाना प्रभारी पूनिया ने बताया- दिल्ली में द्वारका की साइबर टीम अलवर आई थी। साइबर फ्रॉड के मामले में तूलेड़ा गांव निवासी टिंडू पुत्र भंवरदास को लेकर गई थी। वहां तिहाड़ जेल में आरोपी युवक बंद था। जेल के अंदर ही युवक की मौत हो गई है। मौत का कारण सामने नहीं आया है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी में सुसाइड जैसी बात सामने आई थी। इस युवक को 10 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस पकड़ कर ले गई थी। दो दिन पहले उसके सुसाइड करने का पता लगा। उसके बाद से ही परिजन व ग्रामीणों का विरोध जारी था।
मामले की होगी न्यायिक जांच
मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने दूसरी बार रात को हंगामा कर दिया। युवक की मौत के दो दिन बाद शव यहां लाया गया। रात को ग्रामीण थाने से थोड़ी दूर हाइवे के पास एकत्रित होने लगे। तब पुलिस जाब्ता पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों से समझाइश की। सबको बताया गया कि यह दिल्ली पुलिस का मामला है। अलवर पुलिस की इसमें कोई भूमिका नहीं है। जेल के अंदर सुसाइड करने की बात सामने आई है। बाकी पूरे मामले की न्यायिक जांच होगी। तब साफ हो जाएगा।
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