जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर एनएचएआई ने उत्तरी रिंग रोड का नया प्लान तैयार किया है। अब उत्तरी रिंगरोड 47 किमी की जगह 107 किमी लंबा होगा। पहले यह आगरा रोड बगराना से सीकर रोड के पास चौंप स्टेडियम तक प्रस्तावित था। अब इसे बढ़ाकर अजमेर राेड महापुरा तक कर दिया है। यहां से शुरू होकर सीकर राेड व दिल्ली राेड काे जाेड़ते हुए आगरा राेड तक पहुंचकर रिंग को पूरा करेगा। इसके साथ ही दक्षिणी और उत्तरी रिंग रोड जुड़ जाएंगे। बता दें कि 47 किमी लंबा दक्षिणी रिंग रोड तीन साल पहले शुरू हो चुका है।
दक्षिण रिंग रोड की तर्ज पर ही उत्तरी रिंग रोड काे विकसित किया जाएगा। फोरलेन सड़क 90 मीटर चौड़ी होगी और दोनों ओर 135-135 मीटर के कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। इसके लिए 10 तहसीलों के 294 गांवों की भूमि काे अवाप्त किया जाएगा।एनएचएआई ने डीपीआर सलाहकार कंपनी द्वारा तैयार 294 गांवों की सूची भेजकर खसरा नक्शे सहित राजस्व रिकाॅर्ड मांगा है, ताकि रिकॉर्ड मिलते ही भूमि अवाप्ति का कार्य शुरू किया जा सके।
एक्सप्रेस हाईवे काे इनर रिंग बनाएंगे, सांभर-फुलेरा दिल्ली रोड से जुड़ेंगे
उत्तरी रिंग राेड बनाने के बाद अजमेर राेड हीरापुरा से सीकर राेड तक के एक्सप्रेस हाईवे काे इनर रिंग राेड की तरह डवलप किया जाएगा। इससे मानसरोवर, चित्रकूट-वैशाली, सिरसी राेड, झाेटवाड़ा, कालवाड़ राेड, मुरलीपुरा, दादी का फाटक, सीकर रोड आपस में जुड़ जाएंगे। इससे शहर का ट्रैफिक दबाव कम हाेगा।
अजमेर राेड के वाहनाें काे सीकर राेड व दिल्ली राेड जाने-आने के लिए एक्सप्रेस हाईवे हाेकर नहीं गुजरना पड़ेगा। वे रिंग रोड से ही निकल जाएंगे। साथ ही कालवाड़, फुलेरा-जाेबनेर, किशनगढ़-रेनवाल क्षेत्र का सीधा सीकर राेड व दिल्ली राेड से जुड़ाव हो जाएगा और विकास काे गति मिलेगी।
वर्तमान में दिल्ली राेड से एक्सप्रेस हाईवे हाेकर अजमेर राेड से करीब 40 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं। उत्तरी रिंग राेड बनने के बाद शहर में वाहनाें का प्रवेश बहुत कम हाे जाएगा। इससे ट्रैफिक का दबाव कम हाेगा और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
रिंग राेड का 5 साल में तीसरी बार बदलाव
वर्ष 2023 में जयपुर में आगरा रोड से दिल्ली बायपास होते हुए चौंप तक करीब 47 किमी का प्रस्ताव। जमीन अवाप्ति का काम अक्टूबर तक पूरा कर लिया, लेकिन 3-डी नहीं की।
2018 में भी भूमि अवाप्ति कर ली गई थी।
अब 107 किमी का नया प्रस्ताव बनाया है।
पहले उत्तरी रिंग राेड काे आगरा राेड बगराना से चाैंप स्टेडियम तक 47 किमी में बनाया जाना था।
अजमेर रोड (एनएच 48) सांगानेर तहसील के 32 गांव, मौजमाबाद के 12, कालवाड़ के 12, फुलेरा के 21 और किशनगढ़-रेनवाल तहसील के 4 गांवों की भूमि अवाप्त की जाएगी।
सीकर रोड (एनएच 52) जयपुर तहसील के 36 गांव, चौमूं के 14 गांवों की भूमि को अवाप्त किया जाएगा।
दिल्ली रोड (एनएच 48) सबसे अधिक आमेर के 90 गांव की भूमि काे अवाप्त किया जाना है।
आगरा रोड (एनई 21) बस्सी तहसील के 13, जमवा रामगढ़ के 60 गांवों की भूमि अवाप्त की जाएगी।
नए प्रस्तावित उत्तरी रिंग राेड से ट्रैफिक दबाव कम हाेगा। 10 तहसीलों व गांवों में विकास हाेगा। अधिकारियाें काे तेजी से कार्य के निर्देश दिए हैं।
एनएचएआई ने प्रस्तावित नए रिंग रोड के लिए 294 गांवों के राजस्व नक्शे मांगे हैं, जाे शीघ्र उपलब्ध करवाए दिए जाएंगे।उत्तरी रिंग रोड की डीपीआर बनाने के संबंध में भूमि अवाप्ति के लिए प्रशासन से रिकाॅर्ड मांगा है।
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