शाहरुख खान ने भले ही बॉलीवुड में अपनी पहली फिल्म के तौर पर ‘दीवाना’ (1992) से धमाकेदार एंट्री की हो, लेकिन हकीकत ये है कि उनका पहला फिल्मी ब्रेक ‘दिल आशना है’ से हुआ था। इस खास मौके का श्रेय जाता है हेमा मालिनी को, जिन्होंने शाहरुख को बतौर हीरो लॉन्च करने का फैसला लिया।
जब हेमा मालिनी ने देखा ‘फौजी’
उस वक्त शाहरुख खान दूरदर्शन पर आने वाले सीरियल्स जैसे ‘फौजी’ और ‘सर्कस’ में एक्टिंग कर रहे थे। हेमा मालिनी ने टीवी पर शाहरुख का काम देखा और उनसे इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने अपनी फिल्म ‘दिल आशना है’ में उन्हें लीड रोल के लिए कास्ट कर लिया।
हेमा ने खुद शाहरुख को फोन कर फिल्म ऑफर की। लेकिन शाहरुख को यकीन ही नहीं हुआ कि उन्हें इतनी बड़ी एक्ट्रेस डायरेक्ट करने जा रही हैं। उन्हें लगा कि कोई मजाक कर रहा है। लेकिन जल्द ही उन्हें यकीन हो गया कि हेमा मालिनी उन्हें सिनेमा की दुनिया में उतारने जा रही हैं।
पहले बनी ‘दिल आशना है’, पहले रिलीज हुई ‘दीवाना’
शाहरुख की पहली शूटिंग ‘दिल आशना है’ से शुरू हुई थी, लेकिन किस्मत ने करवट ली और फिल्म ‘दीवाना’ पहले रिलीज हो गई।
‘दीवाना’ रिलीज हुई: 25 जून 1992
‘दिल आशना है’ रिलीज हुई: 23 अक्टूबर 1992
दोनों ही फिल्मों में शाहरुख की जोड़ी दिव्या भारती के साथ बनी। खास बात ये रही कि दोनों ही फिल्में दर्शकों को खूब पसंद आईं और शाहरुख का स्टारडम शुरू हो गया।
गुरु मां की भविष्यवाणी
हेमा मालिनी की बायोग्राफी ‘बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ में एक दिलचस्प किस्सा बताया गया है। इसमें हेमा लिखती हैं कि जब उन्होंने शाहरुख की फोटो अपनी गुरु मां इंदिरा देवी को दिखाई, तो उन्होंने तुरंत कहा:
“ये लड़का एक दिन सुपरस्टार बनेगा!”
और वाकई में, ये बात कुछ ही सालों में सच हो गई।
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