अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि भारत उनके देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, उन्होंने व्यापार के क्षेत्र में भारत के साथ चल रहे सहयोग का स्वागत किया। सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के बाद, रुबियो ने कहा कि अमेरिका के लिए भारत बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, दवाइयां, महत्वपूर्ण खनिज और अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर भारत सरकार के निरंतर सहयोग की सराहना की। अमेरिका और भारत ने मिलकर एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई, जिसमें क्वाड के माध्यम से भी काम होगा।
यह बयान उस वक्त सामने आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए और भारत को लेकर कई कठोर बयान दिए, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 75वें जन्मदिन पर बधाई दी। इसके अलावा, विदेश मंत्री जयशंकर के साथ रुबियो की मुलाकात महत्वपूर्ण थी, क्योंकि यह उनकी उस दिन की पहली आधिकारिक बैठक थी। रुबियो संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के लिए आए विश्व नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कर रहे हैं।
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि बातचीत के दौरान द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर संवाद की आवश्यकता पर हम सहमत हुए। उन्होंने कहा कि वे संपर्क में रहेंगे। कॉन्फ्रेंस रूम में जाने से पहले, वे बाहर मौजूद मीडिया के सामने सौहार्दपूर्ण ढंग से आए, हाथ मिलाया, लेकिन सवालों के जवाब देने से मना कर दिया। बाद में, जयशंकर ने भारत में अमेरिका के राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक्स पोस्ट में कहा कि वे दोनों अमेरिका-भारत संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं। गोर को दक्षिण और मध्य एशिया के लिए ट्रंप का विशेष दूत भी बनाया गया है। उनकी नियुक्ति को सीनेट की मंजूरी की जरूरत है, जैसा कि सभी राजदूत पदों के लिए होता है।
Read More
- अफगानिस्तान नीति पर ट्रंप का यू-टर्न, कहा- 'बगराम एयरबेस को फिर से एक्टिव करने पर विचार'
- नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के बीच पशुपतिनाथ मंदिर बंद, सेना ने संभाली सुरक्षा
- नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बीच PM ओली ने दिया इस्तीफा, संसद भवन में घुसे प्रदर्शनकारी, आग लगाई
- 'क्षेत्रीय शांति के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा', पीएम मोदी ने SCO बैठक में किया पहलगाम हमले का जिक्र
- SCO समिट में बोले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग- मतभेदों को दरकिनार कर साझा लक्ष्यों पर ध्यान देना जरूरी
You may also like
क्या आपकी राशि है इस लिस्ट में? 3 अक्टूबर से बुध गोचर बदलेगा आपका भाग्य!
हिमाचल के खैरियां गांव में रहस्यमयी तरीके से एक हफ्ते से घरों पर बरस रहे 'बचके रहना अल्ला-हू-अकबर” लिखे पत्थर, दहशत में ग्रामीण
एशिया कप : अभिषेक शर्मा से डरा पाकिस्तान, अकरम, वकार, आमिर ने बताया जल्दी आउट करने का तरीका
तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में भगदड़, 23 की मौत, कई घायल
1 अक्टूबर से बदल जाएंगे ट्रेन टिकट बुकिंग के नियम, जल्दी करें ये काम, वरना रह जाएंगे खाली हाथ!