यस बैंक (Yes Bank) ने मंगलवार देर रात घोषणा की कि उसके बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025-26 में कुल 16,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने को मंजूरी दे दी है। इसमें से 7,500 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में और 8,500 करोड़ रुपये डेट इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए जुटाए जाएंगे। यह फंडरेजिंग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कई चरणों में की जाएगी।
बैंक ने बताया कि इक्विटी फंड्स विभिन्न मान्य माध्यमों से जुटाए जाएंगे, लेकिन इस प्रक्रिया में बैंक की हिस्सेदारी का डायल्यूशन 10% से ज्यादा नहीं होगा। डेट फंडिंग भारतीय या विदेशी मुद्रा में डिनॉमिनेटेड इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए की जाएगी।
SMBC को मिलेगा पूंजी निवेश का अवसरयह फंडरेजिंग प्लान जापानी बैंक सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (Sumitomo Mitsui Banking Corporation, SMBC) के साथ रणनीतिक साझेदारी को समर्थन देने के उद्देश्य से है। SMBC ने 9 मई को 13,483 करोड़ रुपये में यस बैंक की 20% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया था।
इस डील के तहत SMBC को भविष्य की किसी भी इक्विटी इश्यू में प्री-एम्प्टिव राइट्स दिए जाएंगे ताकि वह अपनी हिस्सेदारी बनाए रख सके। इसके अलावा SMBC को बैंक बोर्ड में दो गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशक नामित करने का भी अधिकार होगा।
एसबीआई, जो यस बैंक का प्रमुख शेयरधारक है, उसे भी एक नॉमिनी डायरेक्टर नियुक्त करने का अधिकार रहेगा।
पहले भी जुटा चुका है पूंजी
यस बैंक ने जुलाई 2020 में FPO के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। वहीं मार्च 2022 में, ग्लोबल PE फर्म्स कार्लाइल (Carlyle) और एडवेंट इंटरनेशनल (Advent International)ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए बैंक में 8,887 करोड़ रुपये का निवेश किया था और दोनों ने मिलकर 9.99% हिस्सेदारी ली थी।
मार्च 2025 तक, बैंक का CET1 अनुपात 13.5% और कैपिटल एडिक्वेसी अनुपात 15.6% रहा।
यस बैंक के शेयर 3 जून 2025 को 20.95 रुपये पर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर 18.1 प्रतिशत चढ़े हैं। कंपनी का 52 हफ्तों का सबसे ज्यादा शेयर प्राइस 27.44 रुपये रहा है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
बैंक ने बताया कि इक्विटी फंड्स विभिन्न मान्य माध्यमों से जुटाए जाएंगे, लेकिन इस प्रक्रिया में बैंक की हिस्सेदारी का डायल्यूशन 10% से ज्यादा नहीं होगा। डेट फंडिंग भारतीय या विदेशी मुद्रा में डिनॉमिनेटेड इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए की जाएगी।
SMBC को मिलेगा पूंजी निवेश का अवसरयह फंडरेजिंग प्लान जापानी बैंक सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (Sumitomo Mitsui Banking Corporation, SMBC) के साथ रणनीतिक साझेदारी को समर्थन देने के उद्देश्य से है। SMBC ने 9 मई को 13,483 करोड़ रुपये में यस बैंक की 20% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया था।
इस डील के तहत SMBC को भविष्य की किसी भी इक्विटी इश्यू में प्री-एम्प्टिव राइट्स दिए जाएंगे ताकि वह अपनी हिस्सेदारी बनाए रख सके। इसके अलावा SMBC को बैंक बोर्ड में दो गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशक नामित करने का भी अधिकार होगा।
एसबीआई, जो यस बैंक का प्रमुख शेयरधारक है, उसे भी एक नॉमिनी डायरेक्टर नियुक्त करने का अधिकार रहेगा।
पहले भी जुटा चुका है पूंजी
यस बैंक ने जुलाई 2020 में FPO के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। वहीं मार्च 2022 में, ग्लोबल PE फर्म्स कार्लाइल (Carlyle) और एडवेंट इंटरनेशनल (Advent International)ने प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए बैंक में 8,887 करोड़ रुपये का निवेश किया था और दोनों ने मिलकर 9.99% हिस्सेदारी ली थी।
मार्च 2025 तक, बैंक का CET1 अनुपात 13.5% और कैपिटल एडिक्वेसी अनुपात 15.6% रहा।
यस बैंक के शेयर 3 जून 2025 को 20.95 रुपये पर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर 18.1 प्रतिशत चढ़े हैं। कंपनी का 52 हफ्तों का सबसे ज्यादा शेयर प्राइस 27.44 रुपये रहा है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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