रूबिकॉन रिसर्च लिमिटेड का आईपीओ 9 अक्टूबर को खुल कर 13 अक्टूबर को बंद हुआ। यह 1,377.50 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्ड इश्यू है। यह फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों का कॉम्बिनेशन है। कंपनी ने नए शेयरों के रूप में 1.03 करोड़ इक्विटी शेयर जारी कर 500 करोड़ रुपये जुटाए, जबकि प्रमोटर्स और निवेशक 1.81 करोड़ शेयरों की बिक्री के जरिए 877.50 करोड़ रुपये हासिल किए।
रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्टेटससब्सक्रिप्शन के पहले दिन यह इश्यू 0.54 गुना और दूसरे दिन 2.49 गुना सब्सक्राइब हुआ था, लेकिन अंतिम दिन इस इश्यू पर निवेशक टूट पड़े और यह कुल मिलाकर 109.35 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में 37.40 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 102.70 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 137.09 गुना सब्सक्रिप्शन इस इश्यू को मिला। हर कैटेगरी में मिला भरपूर समर्थन इस इश्यू के प्रति निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
Rubicon Research IPO शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग डेटकंपनी के शेयर 16 अक्टूबर को बीएसई, एनएसई पर लिस्ट होंगे। 14 अक्टूबर को देर से शेयर अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिन निवेशकों को शेयर अलॉट होंगे उनके डीमैट अकाउंट में 15 अक्टूबर को शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। जो निवेशक शेयर पाने में असफल रहते हैं उन्हें रिफंड या उनकी राशि को अनब्लॉक 15 अक्टूबर को कर दिया जाएगा। निवेशक शेयर अलॉटमेंट स्टेटस रजिस्ट्रार की वेबसाइट, जो इस इश्यू में एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है, पर जाकर चेक कर सकते हैं। इसे चेक करने के आसान स्टेप्स यहां दिए गए हैं।
* स्टेप 1 : एमयूएफजी इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर जाएं।
* स्टेप 2 : ड्रॉपडाउन में कंपनी का नाम चुनें।
* स्टेप 3 : पैन नंबर या एप्लिकेशन नंबर या क्लाइंट आईडी या अकाउंट नंबर या आईएफएससी दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ जीएमपी
बाजार सूत्रों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Rubicon Research IPO GMP 127 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 26.1 प्रतिशत अधिक है। निवेशकों को भरपूर मुनाफे का संकेत जीएमपी दे रहा है। उल्लेखनीय है कि इश्यू बंद होने वाले दिन जीएमपी दे जबरदस्त छलांग लगाई और 96 रुपये से 127 रुपये तक पहुंच गया जिसका असर सब्सक्रिप्शन पर भी नजर आया। यह इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है।
अन्य विवरण
रूबिकॉन रिसर्च लिमिटेड दवाओं के डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और कमर्शियलाइजेशन में विशेषज्ञ कंपनी है। 30 जून 2025 तक इसके पास US FDA से मंजूर 72 प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें से 66 बाजार में लॉन्च हो चुके हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने अमेरिकी जेनेरिक मार्केट (2,455.7 मिलियन डॉलर) में $195 मिलियन का योगदान दिया। इसके 17 प्रोडक्ट्स मंजूरी की प्रतीक्षा में हैं। कंपनी 350 से अधिक SKU और 96 ग्राहकों के साथ काम करती है। ऑस्ट्रेलिया, यूके, सिंगापुर, सऊदी अरब और यूएई में भी कंपनी की उपस्थिति है।
रूबिकॉन रिसर्च लिमिटेड ने वित्त वर्ष 31 मार्च 2025 तक समाप्त होने वाले वर्ष में पिछले साल की तुलना में अपने राजस्व में 49% और शुद्ध लाभ (PAT) में 48% की वृद्धि दर्ज की। FY2025 में कंपनी का कुल आय 1,296.22 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष FY2024 में यह 872.39 करोड़ रुपये थी। इसी अवधि में शुद्ध लाभ 134.36 करोड़ रुपये तक बढ़ गया, जो FY2024 में 91.01 करोड़ रुपये था।
आईपीओ से प्राप्त पूंजी का एक बड़ा हिस्सा मौजूदा कर्जों के आंशिक या पूर्ण प्रीपेमेंट और निर्धारित पुनर्भुगतान में लगाया जाएगा। शेष राशि का उपयोग अकार्बनिक विकास (Inorganic Growth) यानी अधिग्रहण और अन्य रणनीतिक पहलों के लिए करेगी। इसके अलावा इसका एक हिस्सा जनरल कॉरपोरेट प्रयोजनों में भी खर्च किया जाएगा।
अरिहंत कैपिटल ने रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ को “सब्सक्राइब” रेटिंग दी थी। ब्रोकरेज के अनुसार, कंपनी का वैश्विक विस्तार, मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और स्पेशलिटी फार्मास्यूटिकल्स में Validus के अधिग्रहण ने इसे दीर्घकालिक स्थायी विकास के लिए तैयार किया है। आईपीओ का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) अनुमानित FY25 आय के आधार पर लगभग 60x है, जो इसे उचित मूल्यांकन वाला विकल्प बनाता है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्टेटससब्सक्रिप्शन के पहले दिन यह इश्यू 0.54 गुना और दूसरे दिन 2.49 गुना सब्सक्राइब हुआ था, लेकिन अंतिम दिन इस इश्यू पर निवेशक टूट पड़े और यह कुल मिलाकर 109.35 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में 37.40 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 102.70 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 137.09 गुना सब्सक्रिप्शन इस इश्यू को मिला। हर कैटेगरी में मिला भरपूर समर्थन इस इश्यू के प्रति निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
Rubicon Research IPO शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग डेटकंपनी के शेयर 16 अक्टूबर को बीएसई, एनएसई पर लिस्ट होंगे। 14 अक्टूबर को देर से शेयर अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिन निवेशकों को शेयर अलॉट होंगे उनके डीमैट अकाउंट में 15 अक्टूबर को शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। जो निवेशक शेयर पाने में असफल रहते हैं उन्हें रिफंड या उनकी राशि को अनब्लॉक 15 अक्टूबर को कर दिया जाएगा। निवेशक शेयर अलॉटमेंट स्टेटस रजिस्ट्रार की वेबसाइट, जो इस इश्यू में एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है, पर जाकर चेक कर सकते हैं। इसे चेक करने के आसान स्टेप्स यहां दिए गए हैं।
* स्टेप 1 : एमयूएफजी इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर जाएं।
* स्टेप 2 : ड्रॉपडाउन में कंपनी का नाम चुनें।
* स्टेप 3 : पैन नंबर या एप्लिकेशन नंबर या क्लाइंट आईडी या अकाउंट नंबर या आईएफएससी दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ जीएमपी
बाजार सूत्रों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Rubicon Research IPO GMP 127 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 26.1 प्रतिशत अधिक है। निवेशकों को भरपूर मुनाफे का संकेत जीएमपी दे रहा है। उल्लेखनीय है कि इश्यू बंद होने वाले दिन जीएमपी दे जबरदस्त छलांग लगाई और 96 रुपये से 127 रुपये तक पहुंच गया जिसका असर सब्सक्रिप्शन पर भी नजर आया। यह इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है।
अन्य विवरण
रूबिकॉन रिसर्च लिमिटेड दवाओं के डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और कमर्शियलाइजेशन में विशेषज्ञ कंपनी है। 30 जून 2025 तक इसके पास US FDA से मंजूर 72 प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें से 66 बाजार में लॉन्च हो चुके हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने अमेरिकी जेनेरिक मार्केट (2,455.7 मिलियन डॉलर) में $195 मिलियन का योगदान दिया। इसके 17 प्रोडक्ट्स मंजूरी की प्रतीक्षा में हैं। कंपनी 350 से अधिक SKU और 96 ग्राहकों के साथ काम करती है। ऑस्ट्रेलिया, यूके, सिंगापुर, सऊदी अरब और यूएई में भी कंपनी की उपस्थिति है।
रूबिकॉन रिसर्च लिमिटेड ने वित्त वर्ष 31 मार्च 2025 तक समाप्त होने वाले वर्ष में पिछले साल की तुलना में अपने राजस्व में 49% और शुद्ध लाभ (PAT) में 48% की वृद्धि दर्ज की। FY2025 में कंपनी का कुल आय 1,296.22 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष FY2024 में यह 872.39 करोड़ रुपये थी। इसी अवधि में शुद्ध लाभ 134.36 करोड़ रुपये तक बढ़ गया, जो FY2024 में 91.01 करोड़ रुपये था।
आईपीओ से प्राप्त पूंजी का एक बड़ा हिस्सा मौजूदा कर्जों के आंशिक या पूर्ण प्रीपेमेंट और निर्धारित पुनर्भुगतान में लगाया जाएगा। शेष राशि का उपयोग अकार्बनिक विकास (Inorganic Growth) यानी अधिग्रहण और अन्य रणनीतिक पहलों के लिए करेगी। इसके अलावा इसका एक हिस्सा जनरल कॉरपोरेट प्रयोजनों में भी खर्च किया जाएगा।
अरिहंत कैपिटल ने रूबिकॉन रिसर्च आईपीओ को “सब्सक्राइब” रेटिंग दी थी। ब्रोकरेज के अनुसार, कंपनी का वैश्विक विस्तार, मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और स्पेशलिटी फार्मास्यूटिकल्स में Validus के अधिग्रहण ने इसे दीर्घकालिक स्थायी विकास के लिए तैयार किया है। आईपीओ का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) अनुमानित FY25 आय के आधार पर लगभग 60x है, जो इसे उचित मूल्यांकन वाला विकल्प बनाता है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
You may also like
वीरभद्र सिंह के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम को कांग्रेस ने बनाया मोदी विरोध का मंच : रणधीर शर्मा
झारखंड ऊर्जा निगम की परीक्षा में धांधली हुई है: अजय राय
शिल्पा शेट्टी का 'लुक आउट नोटिस' रद्द करने की याचिका पर हाईकोर्ट ने कहा, 'पहले अप्रूवर बनिए'
7 चौके 1 छक्का और 55 रन! Nilakshi de Silva ने रचा इतिहास, ठोकी ICC Women's World Cup 2025 की सबसे तेज हाफ सेंचुरी
'योगी मॉडल' से बदला उद्योग जगत का नक्शा, 2024-25 में रिकॉर्ड 4,000 नई फैक्ट्रियां स्थापित