आज हम आपको गुजरात के राजकोट के कल्पेश रामोलिया की कहानी के बारे में बताने वाले हैं. कल्पेश रामोलिया आज 125 करोड़ रुपये के कारोबार के मालिक हैं. उन्होंने केवल 50,000 रुपये के निवेश के साथ अपने दोस्त के साथ मिलकर एक छोटी सी दुकान से अपने कारोबार की शुरुआत की थी. उनकी कंपनी का नाम राज कूलिंग सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड है. यह कंपनी एयर कूलर, कमर्शियल पंखे और फाइबर छत बनाने का काम करती है. आइए जानते हैं कल्पेश रामोलिया की सफलता की कहानी के बारे में.
10वीं कक्षा में छोड़ी पढाईकल्पेश का जन्म अहमदाबाद में हुआ था लेकिन पिता की नौकरी जाने के बाद उन्हें अपने परिवार के साथ राजकोट जाकर रहना पड़ा. कल्पेश का बचपन मुश्किल भरा था. कल्पेश ने अपनी पढ़ाई 10वीं कक्षा में ही छोड़ दी लेकिन पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने कई ऑनलाइन बिजनेस कोर्स ज्वाइन किए और अपनी स्किल्स पर काम किया.
साल 2006 में कारोबार की शुरूआतसाल 2006 में कल्पेश ने 25 साल की उम्र में राज कूलिंग सिस्टम्स की शुरुआत की. यह कंपनी शुरुआत में कूलिंग टावर और फाइबर छत बनाती थी लेकिन आगे चलकर यह कंपनी एयर कूलर बनाने का भी काम करने लगी. अपने कारोबार के लिए कल्पेश ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 50,000 रुपये का निवेश किया था और राज कूलिंग सिस्टम्स की शुरुआत की थी. शुरुआत में दोनों दोस्त ने काफी छोटी दुकान से इसकी शुरुआत की थी लेकिन देखते ही देखते यह एक बड़ी कंपनी बन गई.
आज राज कूलिंग सिस्टम एक बड़ी कंपनी है, जिसका टर्नओवर 125 करोड़ रुपये है. यह कंपनी घरेलू, टेंट और औद्योगिक कूलर के साथ बड़े कमर्शियल पंखे बनाती है, जो पंखे हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों जैसी जगहों पर लगाए जाते हैं. कंपनी के पास 2000 से लेकर 3 लाख रुपये तक के उत्पाद हैं. कंपनी का कारोबार 93 प्रतिशत ऑनलाइन होता है बाकी का कारोबार ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए होता है. कंपनी के कूलर देश-विदेश में भी निर्यात होते हैं.
10वीं कक्षा में छोड़ी पढाईकल्पेश का जन्म अहमदाबाद में हुआ था लेकिन पिता की नौकरी जाने के बाद उन्हें अपने परिवार के साथ राजकोट जाकर रहना पड़ा. कल्पेश का बचपन मुश्किल भरा था. कल्पेश ने अपनी पढ़ाई 10वीं कक्षा में ही छोड़ दी लेकिन पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने कई ऑनलाइन बिजनेस कोर्स ज्वाइन किए और अपनी स्किल्स पर काम किया.
साल 2006 में कारोबार की शुरूआतसाल 2006 में कल्पेश ने 25 साल की उम्र में राज कूलिंग सिस्टम्स की शुरुआत की. यह कंपनी शुरुआत में कूलिंग टावर और फाइबर छत बनाती थी लेकिन आगे चलकर यह कंपनी एयर कूलर बनाने का भी काम करने लगी. अपने कारोबार के लिए कल्पेश ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 50,000 रुपये का निवेश किया था और राज कूलिंग सिस्टम्स की शुरुआत की थी. शुरुआत में दोनों दोस्त ने काफी छोटी दुकान से इसकी शुरुआत की थी लेकिन देखते ही देखते यह एक बड़ी कंपनी बन गई.
आज राज कूलिंग सिस्टम एक बड़ी कंपनी है, जिसका टर्नओवर 125 करोड़ रुपये है. यह कंपनी घरेलू, टेंट और औद्योगिक कूलर के साथ बड़े कमर्शियल पंखे बनाती है, जो पंखे हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों जैसी जगहों पर लगाए जाते हैं. कंपनी के पास 2000 से लेकर 3 लाख रुपये तक के उत्पाद हैं. कंपनी का कारोबार 93 प्रतिशत ऑनलाइन होता है बाकी का कारोबार ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए होता है. कंपनी के कूलर देश-विदेश में भी निर्यात होते हैं.
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