जब मस्तिष्क की कोई नस अवरुद्ध हो जाती है, तो उसे ब्रेन स्ट्रोक कहा जाता है, जो एक गंभीर स्थिति है। यदि इसका समय पर उपचार न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है। लेकिन क्या आप मिनी ब्रेन स्ट्रोक के बारे में जानते हैं?
यह स्थिति किसी बड़े स्ट्रोक के आने से पहले ही प्रकट हो सकती है। इसके लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं, जिन्हें पहचानकर हम बड़े अटैक से बच सकते हैं। इसे ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक भी कहा जाता है।
कब होता है आघात? ब्रेन स्ट्रोक की तरह, मिनी ब्रेन स्ट्रोक भी मस्तिष्क की नस के अवरुद्ध होने के कारण होता है। NHS के अनुसार, इससे मस्तिष्क को ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाता है। हालांकि, यह नुकसान स्थायी नहीं होता और आमतौर पर 24 घंटे के भीतर ठीक हो जाता है। फिर भी, इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
मिनी ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
मिनी ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों पर ध्यान देना आवश्यक है:
1. शरीर के एक तरफ चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नता या कमजोरी
2. अचानक भ्रम
3. अचानक बोलने में कठिनाई
4. अचानक देखने में कठिनाई
5. अचानक संतुलन खोना
6. अचानक चलने में कठिनाई
7. चक्कर आना
स्ट्रोक से बचने के लिए आहार
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए, कम फैट, कम नमक और अधिक फाइबर वाला आहार लेना चाहिए। इसके लिए आप निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं:
• नाशपाती
• स्ट्रॉबेरी
• एवोकैडो
• सेब
• केला
• गाजर
• चुकंदर
स्वास्थ्य संबंधी सलाह
प्रिय पाठक, यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
You may also like
कैथल के छोरे ने किया कमाल, किसान का बेटा सरकारी स्कूल में पढ़कर बना टॉपर
पाकिस्तान के बाद अब कौन? जिसको पीएम मोदी ने डंके की चोट पर दी बड़ी चेतावनी
कोहली नहीं… यह खिलाड़ी KKR के खिलाफ मैच में रजत पाटीदार की जगह करेगा RCB की कप्तानी
सुगंधा मिश्रा ने किया नोट से इश्क का इजहार, बोलीं 'इसकी आदत सी हो गई है मुझे'
दागो और भूल जाओ... दुश्मन टैंक पर कहर बनकर गिरेगी ध्रुवास्त्र मिसाइल