आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार को वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन लेने के दौरान भगदड़ मच गई, जिससे छह लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना विष्णु निवास और रामानायडू स्कूल के पास हुई।
गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को रुइया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। भगदड़ उस समय हुई जब बड़ी संख्या में भक्त टोकन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उनके कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घायलों के इलाज की जानकारी लेने के लिए अधिकारियों से बात की है। उन्होंने घटनास्थल पर उच्च अधिकारियों को भेजने का आदेश भी दिया है।
घटनास्थल से प्राप्त वीडियो में भगदड़ की स्थिति स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। घटना के तुरंत बाद एंबुलेंस घायलों को अस्पताल ले जाती हुई दिखाई दी। वीडियो में कई भक्त जमीन पर पड़े हुए हैं, जबकि पुलिसकर्मी उन्हें सीपीआर देते हुए नजर आ रहे हैं। कुछ भक्तों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए कुर्सियों पर बैठाया गया।
वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन 10 दिनों के लिए खोले गए हैं, जिसके कारण बड़ी संख्या में भक्त एकत्रित हुए थे। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने 10 जनवरी को शुभ वैकुंठ एकादशी के अवसर पर टोकन के लिए नौ केंद्रों पर 94 काउंटर खोले थे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए सरकार से घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की अपील की है। उन्होंने घटनास्थल की स्थिति सुधारने के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
इस महीने की 10, 11 और 12 तारीख को वैकुंठ द्वार सर्वदर्शन टोकन जारी किए जा रहे हैं। टीटीडी ने घोषणा की है कि गुरुवार सुबह 5 बजे से टोकन जारी किए जाएंगे। इसके लिए भक्तों की कतारें बुधवार शाम से ही लगनी शुरू हो गई थीं।
टीटीडी के अधिकारी तीन दिनों में 1.2 लाख टोकन जारी करेंगे, जिसमें प्रतिदिन 40,000 टोकन जारी किए जाएंगे। टोकन जारी करने के लिए कई स्थानों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
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