कई बार बारिश के दौरान पानी की बूंदों के साथ बर्फ के छोटे-छोटे गोले भी गिरते हैं। इन्हें हम ओले कहते हैं। इन ओलों को बच्चे उठा कर खा भी लेते हैं। लेकिन अब जरा संभल जाइए, क्योंकि आसमान से गिरे ये बर्फ के गोले प्लेन से गिरे पेशाब के भी हो सकते हैं।
वैसे तो हवाई जहाजों में गंदगी इकठ्ठा करने के लिए एक टैंक बना होता है, पर कई बार इससे गंदगी बाहर भी आ जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ था एंडी और ग्नोर स्वान के साथ, जब साल 2006 में उनकी छत पर एक बर्फ का तुकड़ा आ गिरा, उन्हें लगा की वह ओला है, लेकिन जब ध्यान से देखा तो उनके होश उड़ गए। वो कुछ और नहीं बल्कि प्लेन गिरी पेशाब थी, जो ठंड की वजह से जमकर बर्फ में तब्दील हो गई थी।
सालों से ये अफवाहें उड़ती है कि सभी अपशिष्ट पदार्थ प्लेन के नीचे से बाहर निकलते हैं और कई बार जमीन पर गिर जाते हैं, लेकिन आधुनिक हवाई जहाजों में एक टैंक में इन अपशिष्ट पदर्थों को रखा जाता है।
हालांकि कभी-कभी चीजें गलत हो सकती हैं और स्टोर किया सीवेज विमान से बाहर आ जाता है, इसे “ब्लू आइस” कहा जाता है।
कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके है, जब इस तरह से अपशिष्ट पदार्थ जमीन पर आ गिरे हो। कुछ ऐसा ही हुआ था एंडी और गेन्नोर के साथ। दोनों अपने बगीचे में थे जब प्लेन से 18 इंच चौड़ा ब्लॉक उनकी छत पर आकर गिरा।
एंडी ने बताया कि जब वह बर्फ का तुकड़ा उनकी छत पर गिरा, तो एक जोरदार आवाज आई और उनका कभी नुकसान भी हुआ। उन्हें लगा कि शायद ये ओलें होंगे। लेकिन जब बाद में उन्होंने इसे ध्यान से देखा तो पता चला की ये यूरीन का आइस क्यूब है, जो किसी प्लेन में से गिरा है।
ऐसा ही एक वाकया हुआ था ग्रेट ग्लेन होम में रहने वाली स्टेफनी कोल के साथ। जिनके घर के बाहर एक ऐसी ही घटना घटी, जब एक बर्फ का एक गोला उनकी कार के ऊपर आ गिरा। वो कुछ और नहीं बल्कि हवाई जहाज से गिरा यूरीन के बर्फ का गोला ही था।
दोनों ही मामलों में मालिकों का बहुत नुकसान हुआ, लेकिन एयरलाइन की तरफ से उन्हें किसी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं मिला।
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