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250 रुपये दो और मर चुके लोगों से बातचीत करो! चीन लाया ऐसी टेक्नोलॉजी

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Give 250 rupees and talk to dead people! China brought such technology

चीन में, एक अनोखा चलन सामने आया है. लोग अब अपने मृत परिजनों से जुड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, मात्र 20 युआन (लगभग 235 रुपये) में, चीनी नागरिक अपने मृत रिश्तेदारों के डिजिटल अवतार बना सकते हैं. इसके बाद वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाए गए अपने प्रियजनों के वर्चुअल वर्जन से बातचीत कर सकते हैं. ये चलन मृतकों को याद करने के तरीके में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल को दर्शाता है.

ताइवानी गायक बाओ शियाओबाई ने अपनी 22 साल की बेटी को ‘फिर से जिंदा’ करने के लिए AI का इस्तेमाल किया. उनकी बेटी का 2022 में निधन हो गया था. बाओ के पास सिर्फ उनकी बेटी की आवाज की एक छोटी रिकॉर्डिंग थी. इसके बाद उन्होंने एक साल से ज्यादा समय तक AI टेक्नॉलॉजी के साथ इस्तेमाल किया. अंत में उन्होंने अपनी बेटी का एक वीडियो बनाया जिसमें वो अपनी मां को ‘हैप्पी बर्थडे’ गा रही है. उन्होंने जनवरी में ये वीडियो सबके साथ शेयर किया.

बढ़ रहा मार्केट वैल्यू

मृत व्यक्तियों का यानी डिजिटल क्लोन बनाने में चीन की दिलचस्पी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंडस्ट्री के तेजी से विकास से जुड़ी हुई है. ये AI इंसानों जैसे दिखने वाले अवतार बना सकती है. आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में “डिजिटल ह्यूमंस” की मार्केट वैल्यू 12 बिलियन युआन आंकी गई थी और 2025 तक इसके चार गुना बढ़ने का अनुमान है. चीन की टेक्नॉलजी में अहम भूमिका निभाने वाले लाइवस्ट्रीमर्स अब लगातार प्रोडक्ट्स का प्रचार करने के लिए अपने ही AI क्लोन इस्तेमाल कर रहे हैं.

चीन की पॉपुलर AI कंपनी SenseTime ने इस क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया. कंपनी की सालाना आम बैठक में उन्होंने अपने मृत फाउंडर तांग शियाओऊ का भाषण करवाया. तांग की एक डिजिटल कॉपी बनाई गई थी, जिसे उनके वीडियो और ऑडियो क्लिप्स की मदद से तैयार किया गया था. इस डिजिटल तांग ने कर्मचारियों को संबोधित किया. इससे पता चलता है कि AI टेक्नॉलॉजी कितनी तेजी से तरक्की कर रही है और अब इंसानों जैसे बर्ताव को भी नकली रूप से दिखा सकती है.

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