बीजिंग, 9 नवंबर . दो दिवसीय बेलेम जलवायु शिखर सम्मेलन 7 नवंबर को संपन्न हुआ. इस सम्मेलन ने भुखमरी और गरीबी से जुड़ी और जन केंद्रित जलवायु कार्रवाई घोषणा पारित की.
चीन समेत 40 से अधिक देशों और यूरोपीय संघ ने इस घोषणा पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से पैदा भुखमरी व गरीबी जैसे कुप्रभाव के निपटारे को बढ़ाना है.
घोषणा में कहा गया कि जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण डिजनरेशन और जैव विविधता की कमी से भुखमरी, गरीबी और अनाज की असुरक्षा जैसे सवाल खड़े कर रहा है. इन समस्याओं से असमानता बढ़ रही है और जीविका के लिए खतरा पैदा हो रहा है, खासकर गरीब व कमजोर वर्गों के लोगों पर अधिक कुप्रभाव पड़ रहा है.
इस घोषणा ने विभिन्न पक्षों से जलवायु परिवर्तन धीमा करने और उससे अनुकूलन करने के लिए निवेश जारी रखने की अपील की.
इस घोषणा ने जलवायु परिवर्तन के निपटारे में जन केंद्रित वित्त पोषण अपनाने की वकालत की ताकि वित्त पोषण मुख्य तौर पर छोटे किसानों, पारंपरिक कॉलोनी और जंगली निवासियों के लिए रोजगार के अवसर रच सके.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/
You may also like

बच्चों की सेहत के लिए हानिकारक 8 सफेद खाद्य पदार्थ

11 नवम्बर से नियमित चलेगी बनारस-खजुराहो-बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस

रायपुर : शिक्षा किसी भी समाज एवं राष्ट्र की उन्नति का मुख्य आधार : मुख्यमंत्री साय

मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार करने की धमकी देकर बुजुर्ग को किया डिजिटल अरेस्ट

डिंडौरी में दिव्यांगजन के लिए मोबाइल कोर्ट का आयोजन




