मालेगांव, 31 जुलाई . मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी रहे मेजर रमेश उपाध्याय को एनआईए कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया. इस फैसले के बाद मेजर उपाध्याय ने समाचार एजेंसी से बातचीत में अपनी भावनाएं साझा की. उन्होंने कहा, “मैं भारतीय न्यायपालिका का बहुत आभारी हूं, जिसने मेरा भरोसा कायम रखा और मुझे निर्दोष साबित किया.”
मेजर उपाध्याय ने कहा कि उन्हें शुरू से ही इस फैसले की उम्मीद थी, क्योंकि वे जानते थे कि वे दोषी नहीं हैं. उन्होंने अपने वकीलों, मीडिया और समर्थन करने वाले लोगों का धन्यवाद किया.
उन्होंने बताया, “मैंने कोर्ट में अपनी पीड़ा पहले ही बता दी है. अब पुरानी बातों को दोहराना नहीं चाहता. कृपया मुझे माफ करें. कोर्ट का विस्तृत फैसला आने दीजिए, फिर बात होगी.”
उन्होंने कहा कि प्रशासन और जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ जो आरोप लगाए, उसे वह साबित नहीं कर पाए, जिससे उनकी बेगुनाही साबित हुई.
उन्होंने जोर देकर कहा कि असली दोषियों को पकड़ना पुलिस और अभियोजन का काम है, न कि उनका. हम पर झूठा आरोप लगाया गया था, इसलिए हमें कोर्ट में अपनी बात साबित करनी पड़ी, जो हमने कर दिखाया.
उन्होंने दावा किया कि जांच में एटीएस और एनआईए भी उनके खिलाफ कुछ साबित नहीं कर पाईं, इसलिए अब किसी पर आरोप लगाना उचित नहीं होगा.
मेजर उपाध्याय ने कांग्रेस नेताओं पर भी निशाना साधा और कहा कि सुशील कुमार शिंदे, दिग्विजय सिंह और सोनिया गांधी ने ‘भगवा आतंकवाद’ का मुद्दा उठाकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की, लेकिन जनता ने इसका विरोध किया.
उन्होंने दोहराया कि कोर्ट ने उन्हें और अन्य आरोपियों को बाइज्जत बरी किया है. मेजर ने कहा, “जो आरोप लगाए गए, वे साबित नहीं हुए. यह हमारी जीत है और हम न्यायपालिका के प्रति कृतज्ञ हैं.”
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एसएचके/जीकेटी
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