लखनऊ, 26 जून . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी त्योहारों और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहारों में उल्लास बना रहे, कोई शरारत न पनपे.
सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था को किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और रथयात्रा के आयोजन को लेकर अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए.
उन्होंने दो टूक कहा कि भड़काऊ नारेबाजी या हथियारों का प्रदर्शन किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि जातीय संघर्ष फैलाने की साजिश की जा रही हैं, जिन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए. कौशांबी, इटावा और औरैया में हाल की घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने गहरी चिंता जताई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन किसी भी कार्रवाई के लिए शासन से आदेश की प्रतीक्षा न करे, बल्कि तत्परता और कानून के दायरे में रहकर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करे. श्रद्धालुओं की भीड़ में अराजक तत्वों की घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी और गुप्तचर तंत्र को सक्रिय रखने के निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीजे, ढोल-ताशे आदि की ध्वनि सीमा तय की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ताजिया, शोभायात्रा या रथ की ऊंचाई निर्धारित मानकों से अधिक न हो. उन्होंने साफ कहा कि शोभायात्रा या जुलूस के लिए किसी भी गरीब का आश्रय हटाना या पेड़ काटना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं होगा.
कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवर रेटिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और हर खाद्य दुकान पर संचालक का नाम स्पष्ट रूप से लिखा जाए.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शिवालयों में भीड़ प्रबंधन, सफाई और ट्रैफिक की बेहतर व्यवस्था हो, खासकर सोमवार के दिन. वहीं, मोहर्रम जुलूसों में सुरक्षा और आपसी संवाद को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया गया. उन्होंने अधिकारियों को विगत घटनाओं से सबक लेकर इस वर्ष किसी भी प्रकार की चूक न होने देने की चेतावनी दी.
मुख्यमंत्री ने सीएम हेल्पलाइन और आईजीआरएस (जन शिकायत निवारण प्रणाली) पर कमजोर प्रदर्शन करने वाले जिलों को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि जनहित सर्वोपरि है, इसलिए कार्यप्रणाली में तत्काल सुधार लाएं.
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डीएससी/एकेजे
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