New Delhi, 16 अगस्त . ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि प्री टर्म बेबीज यानि समय से पहले जन्मे शिशुओं, जिन्हें एंटीबायोटिक दवाओं के साथ प्रोबायोटिक दी गई थी, उनमें मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (बहु-औषधि प्रतिरोधी) बैक्टीरिया कम पाए गए और उनका गट माइक्रोबायोम भी विशिष्ट पाया गया.
नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में इस शोध को प्रकाशित किया गया है. यह शोध 1500 ग्राम से कम वजन वाले, समय पूर्व जन्मे 34 शिशुओं (प्रोबायोटिक्स ट्रायल टेस्टिंग) पर किया गया. यह दुनिया भर में जन्म लेने वाले शिशुओं का लगभग 1-1.5 प्रतिशत है.
ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जन्म के बाद पहले तीन सप्ताह के दौरान शिशुओं की आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया को क्रमबद्ध किया.
उन्होंने पाया कि जिन शिशुओं को एंटीबायोटिक दवाओं के साथ बिफीडोबैक्टीरियम सहित एक विशेष प्रकार का प्रोबायोटिक दिया गया उनमें अद्भुत रिजल्ट मिला. पाया गया कि गट (आंत) माइक्रोबायोटा उस स्तर पर थे जैसे पूर्ण अवधि के शिशुओं में होते हैं.
इससे आंत में एंटीबायोटिक प्रतिरोधी जीन की प्रचुरता और बहु-औषधि प्रतिरोधी बैक्टीरिया की संख्या, दोनों को कम करने में मदद मिली.
बर्मिंघम विश्वविद्यालय की प्रोफेसर लिंडसे हॉल ने कहा, “हम पहले ही दिखा चुके हैं कि प्रोबायोटिक्स समय से पहले जन्मे संवेदनशील शिशुओं को गंभीर संक्रमणों से बचाने में अत्यधिक प्रभावी हैं, और अब इस अध्ययन से पता चलता है कि ये प्रोबायोटिक्स शिशु की आंत में एंटीबायोटिक प्रतिरोधी जीन और बहु-औषधि प्रतिरोधी बैक्टीरिया की उपस्थिति को भी काफी हद तक कम करते हैं.”
जिन शिशुओं को प्रोबायोटिक्स दिए गए, उनकी आंत में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कुछ सकारात्मक बैक्टीरिया का स्तर भी अधिक देखा गया.
जिन शिशुओं को प्रोबायोटिक्स नहीं दिए गए, उनमें आंत के बैक्टीरिया के विश्लेषण से पता चला कि एंटीबायोटिक्स लेने वाले और न लेने वाले शिशुओं में कुछ अंतर तो थे, लेकिन दोनों समूहों में एक प्रमुख माइक्रोबायोम विकसित हुआ जिसमें प्रमुख बैक्टीरिया (पैथोबायोन्ट) शामिल थे, जो स्वास्थ्य में समस्याएं पैदा कर सकते हैं. इनमें जन्म के बाद के महत्वपूर्ण समय के दौरान और बाद के जीवन में जानलेवा संक्रमण शामिल हैं.
हॉल ने कहा, “हमारा शोध पत्र दर्शाता है कि समय से पहले जन्मे शिशुओं के लिए यह कितना फायदेमंद हो सकता है, जिससे खतरनाक रोग पैदा करने वाले प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है.”
यह अध्ययन बताता है कि प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह उनकी आंत को स्वस्थ बनाने और खतरनाक बैक्टीरिया के खतरे को घटाने में मदद करता है.
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जेपी/केआर
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