राजा रघुवंशी हत्याकांड जैसे दिल दहला देने वाले मामले में हर दिन एक नया खुलासा सामने आ रहा है। अब इस केस में गिरफ्तार हुए आठवें आरोपी लोकेंद्र तोमर पर शक की सुई और गहराई से घूमने लगी है। कोर्ट ने उसे तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है और जिस वजह से यह गिरफ्तारी हुई, वह वाकई में चौंकाने वाली है।
लोकेंद्र तोमर पर आरोप है कि उसने सोनम रघुवंशी का वो काला बैग जलवाया, जिसमें शायद इस सनसनीखेज मर्डर केस से जुड़े कई अहम सबूत मौजूद थे। कहा जा रहा है कि उसने इंदौर में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स पर दबाव बनाया कि वह फ्लैट से बैग निकाल कर गायब कर दे।
लेकिन सवाल ये है — क्या वह किसी और को बचा रहा था, या अपने लिए रास्ता साफ कर रहा था?
जिस फ्लैट में छिपी थी सोनम, उसका मालिक निकला लोकेंद्र!
दरअसल, शिलॉन्ग में पति राजा की हत्या के बाद, सोनम जिस इंदौर के देवास नाका इलाके में स्थित फ्लैट में छिपी थी — वह पूरी बिल्डिंग लोकेंद्र तोमर की ही है। और यही नहीं, इस बिल्डिंग को लोकेंद्र ने किराए पर शिलोम जेम्स को दे रखा था।
8 जून को सोनम गाजीपुर के लिए रवाना होने से पहले अपना काला बैग फ्लैट में ही छोड़ गई थी। इसके बाद 10 जून को, जब सब कुछ शांत लग रहा था, शिलोम जेम्स चुपचाप वहां आया, सिक्योरिटी गार्ड बलबीर अहिरवार उर्फ बल्ला से चाबी ली और बैग को गायब कर दिया।
जली हुई सच्चाई और चैट से मिला सुराग
मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस जांच में सामने आया है कि शिलोम को ये सब करने का निर्देश लोकेंद्र तोमर ने ही दिया था। दोनों की चैट बातचीत से इस साजिश की पुष्टि हुई है। शिलोम ने बैग को हरे कृष्ण विहार कॉलोनी में एक खाली प्लॉट पर ले जाकर जला दिया।
पुलिस ने वहां पहुंचकर जले हुए बैग के अवशेष बरामद किए और आशंका जताई कि उस बैग में मौजूद सिम कार्ड, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व अन्य वस्तुएं राजा की हत्या से जुड़े अहम सुराग हो सकते थे — जो अब राख में तब्दील हो चुके हैं।
जल्दबाज़ी में सबूत मिटाने की कोशिश?
पुलिस का मानना है कि सोनम की 9 जून को गाजीपुर से गिरफ्तारी की खबर सुनते ही, लोकेंद्र को यह आभास हो गया कि अब पुलिस की जांच इंदौर तक पहुंच सकती है — और अगर बैग मिल गया, तो उसका कनेक्शन उजागर हो जाएगा।
उसी घबराहट में उसने शिलोम जेम्स को भेजकर बैग को जला देने का फैसला लिया, ताकि किसी भी तरह से पुलिस को सोनम की मौजूदगी और उसकी भागीदारी का कोई सबूत न मिल सके।
राजा की हत्या और पांच गिरफ्तारियां: अब तक की पूरी कहानी
23 मई को सोनम ने अपने पति राजा को शिलॉन्ग हनीमून के बहाने बुलाया था, जहां राज कुशवाहा के तीन दोस्तों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को खाई में फेंक दिया। 2 जून को शव बरामद हुआ, और पुलिस को सोनम पर शक हुआ।
जांच आगे बढ़ी, और 8 जून की रात को पुलिस ने राज कुशवाहा और उसके तीन साथियों को पकड़ लिया। इसके बाद 9 जून की सुबह सोनम भी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक ढाबे से गिरफ्तार हो गई।
इस तरह, पांच मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं और अब लोकेंद्र तोमर की भूमिका इस पूरे मामले में बेहद अहम हो गई है।
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