लाइव हिंदी खबर :- चीन मामलों पर अमेरिकी सेना के सलाहकार और चीन विशेषज्ञ मेजर बेन लोवसन ने कहा कि चीन की जासूसी गतिविधियाँ अब कुछ हद तक उजागर हो चुकी हैं और इसका दायरा केवल विदेशों तक सीमित नहीं है। लोवसन ने कहा कि कुछ मायनों में चीन की गतिविधियाँ सामने आ चुकी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स में पहले कई बड़े खुलासे प्रकाशित हुए हैं, जिनमें उनके काउंटरइंटेलिजेंस नेटवर्क की जानकारी सामने आई थी।
जिसे चीनी अपने देश के भीतर संचालित करते थे। उन्होंने आगे बताया कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जासूसी और स्टेट सिक्योरिटी मंत्रालय का काम केवल विदेशी मामलों तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा एजेंसी है जिसका दायरा शायद चीन के भीतर ही उतना या उससे भी अधिक है जितना कि बाहर है। उनका उद्देश्य न केवल विदेशी खुफिया जानकारी हासिल करना है, बल्कि अपने ही देश में नियंत्रण और निगरानी बनाए रखना भी है।
लोवसन ने यह भी कहा कि चीन की घरेलू जासूसी नेटवर्क ने कई बार अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सामने उनकी रणनीतियों को उजागर किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन की जासूसी प्रणाली की यह विशिष्टता इसे अन्य देशों की तुलना में अलग बनाती है, क्योंकि यह आंतरिक नियंत्रण और विदेशी खुफिया गतिविधियों को एक साथ संचालित करती है।
विशेषज्ञ ने चेतावनी दी कि चीन की यह जासूसी संरचना केवल विदेशी संस्थाओं या सरकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उसके अपने नागरिकों और संस्थानों पर भी गहन निगरानी रखती है, जिससे इसकी रणनीतिक ताकत और प्रभाव बढ़ता है।
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