कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने गुरूवार को बीजेपी पर जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों के पदों के लिए जारी चुनाव में मतदान करने से रोकने के लिए पार्टी के कुछ पंचायत सदस्यों के अपहरण का आरोप लगाया और उच्च न्यायालय का रुख करके इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
चुनाव जीतने के लिए- BJP बनी किडनैपर
— Congress (@INCIndia) August 14, 2025
नैनीताल के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में BJP के गुंडों ने बंदूक की नोंक पर कांग्रेस के 9 जिला पंचायत सदस्यों को किडनैप कर लिया। इसके साथ ही, उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी।
ये सभी सदस्य नेता विपक्ष @IamYashpalArya जी, उपनेता भुवन… pic.twitter.com/FpfRBplkri
कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि बीजेपी ने वोट देने जा रहे कांग्रेस के छह से सात जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने का प्रयास किया। इसे लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य और हल्द्वानी से विधायक सुमित ह्रदयेश के बीच हाथापाई भी हुई।
उत्तराखंड की राजनीति में आज का दिन एक और काला धब्बा बनकर दर्ज हो गया।
— Uttarakhand Congress (@INCUttarakhand) August 14, 2025
जिला पंचायत चुनाव के नतीजे आने से पहले ही गुंडई धामी सरकार इतनी बौखला गई कि उसने पुलिस की नाक के नीचे अपने गुंडे भेजकर कांग्रेस के चुने हुए सदस्यों का सरेआम अपहरण करवा दिया।
यह सिर्फ कांग्रेस पर हमला नहीं है,… pic.twitter.com/C6PnU7lQpw
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस पूरी घटना के दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। इस पूरी घटना को यशपाल आर्य के फेसबुक पेज लाइव दिखाया गया। कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पा नेगी ने दावा किया कि झड़प के दौरान उनके पति पर भी हमला किया गया और कई कांग्रेस सदस्यों के कपड़े फाड़ दिए गए।
इस वीडियो में साफ़ दिखता है कि गुंडई धामी सरकार के लोग, पुलिस की छांव में, धार-धार तलवारें लहराते हुए
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कांग्रेस के सदस्यों के अपहरण के लिए मुस्तैद खड़े हैं।
पुलिस उन्हें रोकने के बजाय ढाल बनकर उनके पीछे खड़ी है।
यह नज़ारा लोकतंत्र नहीं, तानाशाही और गुंडाराज की खुली तस्वीर है। pic.twitter.com/6xGpKCvPUN
इस मामले में उत्तराखंड उच्च न्यायालय में डिजिटल माध्यम से पेश हुईं नैनीताल की जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और कुमाउं के पुलिस महानिरीक्षक से कहा गया कि वे अदालत का रूख करने वाले 10 जिला पंचायत सदस्यों को पुलिस सुरक्षा में मतदान केंद्र तक भेजें ताकि वे अपना वोट डाल सकें। क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और पुलिस प्रशासन पर निष्पक्ष कार्रवाई का दवाब तेज हो रहा है।
नेता प्रतिपक्ष आर्य, विधायकों ह्रदयेश, भुवन कापड़ी, पूर्व विधायक संजीव आर्य और अन्य कांग्रेस नेता स्थिति की निगरानी करने के लिए मौके पर मौजूद रहे। उच्च न्यायालय ने जिलाधिकारी और एसएसपी को तलब भी किया और उन सदस्यों को साढ़े चार बजे तक पेश करने को कहा कि जिनके गायब होने का कांग्रेस ने आरोप लगाया था।
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