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Zaid Hamid: हम इलाके के बदमाश हैं, तुर्की को देंगे न्यूक्लियर प्रोटेक्शन... लाल टोपी जैद हामिद ने उगला जहर, निशाने पर भारत

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इस्लामाबाद: पाकिस्तान में लाल टोपी के नाम से कुख्यात जैद हामिद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। इस बार उसने तुर्की का नाम लेकर भारत के खिलाफ जमकर गलतबयानी की है। जैद हामिद ने मांग की है कि पाकिस्तान को तुर्की को अपने न्यूक्लियर अब्रेंला का प्रोटेक्शन देना चाहिए। यह कुछ ऐसा है कि अगर तुर्की पर कोई देश हमला करता है तो वह उसके खिलाफ पाकिस्तान के परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है। इससे तुर्की गैर परमाणु शक्ति संपन्न होते हुए भी परमाणु हमला करने की क्षमता को प्राप्त कर लेगा। जैद हामिद ने क्या कहा?जैद हामिद ने कहा, "इंडिया को मैसेज दे दिया है कि पाकिस्तान और भारत के दरमियान में तुर्की खड़ा हुआ है। यह बहुत बड़ा सिंबॉलिक जेस्चर है। तुर्कों ने बहुत जुर्रत और दिलेरी के साथ हमारा साथ साथ दिया है यहां पर। तो यह वह वक्त है कि हम तुर्की को पूरी तरह से न्यूक्लियर प्रोटेक्शन दें। खुल के बात करें। शर्मिंदा होने की अब क्या जरूरत है? अब हम इलाके के बदमाश हैं। इंडिया नहीं है। अब हम कहें कि हम तुर्की को न्यूक्लियर प्रोटेक्शन देंगे। हम एक डिफेंस पैक कर रहे हैं पाकिस्तान और तुर्की। जो हमारे साथ शामिल होना चाहता है, हमारे साथ शामिल हो जाए।" जैद हामिद ने अमेरिका का दिया उदाहरणउसने आगे कहा, "उस मुल्क को हम न्यूक्लियर प्रोटेक्शन देंगे, जैसे अमेरिका पूरे यूरोप को न्यूक्लियर प्रोटेक्शन देता है ना। नाउ इज द टाइम वी कैन ऑफर न्यूक्लियर प्रोटेक्शन टू आवर फ्रेंडली कंट्रीज। बड़े-बड़े अरब मुल्क, बड़े-बड़े तुर्क और अजरबैजान और सेंट्रल एशिया के मुल्क जिनका तो टर्किश इन्फ्लुएंस के जो मुल्क है वह सब हमारी प्रोटेक्शन अंब्रेला में आ जाएंगे।" जैद हामिद कौन हैजैद हामिद का असली नाम सैयद ज़ैद जमान हामिद है। वह एक घोर कट्टरपंथी, इस्लामी पोलिटिकल कमेंटेटर और पाकिस्तानी सेना का पिट्ठू है। जैद हामिद दुनिया के प्रभावशाली मुसलमान हस्तियों की लिस्ट 'मुस्लिम 500' में भी शामिल हो चुका है। जैद हामिद का जन्म एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी के परिवार में हुआ था। उनकी मां कश्मीरी मूल की थीं। जैद हामिद इस्लामी जिहाद का समर्थक है और कश्मीर में पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों का पूरा समर्थन करता है। उसका दावा है कि वो सोवियत-अफगान युद्ध लड़ चुका है, हालांकि इसका कोई सबूत नहीं है। वह पाकिस्तानी राजनीति के मामलों में सेना के हस्तक्षेप का खुले तौर पर समर्थन करता है। वह पाकिस्तान में शरिया का भी समर्थन करता है।
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