Career Counselling in USA: अमेरिका में छात्रों के बीच अपने भविष्य को इतनी ज्यादा अनिश्चितता है कि वे उस प्लेटफॉर्म को करियर काउंसलर्स के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य ही मनोरंजन रहा है। टिकटॉक अमेरिका में काफी पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिस पर लोग इंस्टाग्राम की तरह शॉर्ट कंटेट पोस्ट करते हैं। इन दिनों अमेरिकी छात्र टिकटॉक के जरिए ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें भविष्य में क्या पढ़ना है और वह किस सेक्टर में जॉब कर सकते हैं।
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सिर्फ टिकटॉक ही नहीं, बल्कि इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म भी बड़े पैमाने पर करियर काउंसलर्स के तौर पर इस्तेमाल हो रहे हैं। हाल ही में Schultz Family Foundation और HarrisX ने Broken Marketplace के लिए एक स्टडी की। इसमें बताया गया कि 70% Gen Z करियर को लेकर सलाह के लिए सोशल मीडिया का रुख कर रहे हैं। इसकी वजह ये है कि करियर को लेकर काफी ज्यादा अनिश्चितता है। ऐसे में सोशल मीडिया क्रिएटर्स उन्हें ज्यादा बेहतर सलाह दे पा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर क्यों हो रही करियर काउंसलिंग?
स्टडी को तैयार करने के लिए 5700 लोगों के इंटरव्यू किए गए, जिनमें 18 से 24 साल की उम्र के युवा शामिल थे। पैरेंट्स, एजुकेटर्स और एंप्लॉयर्स का कहा है कि मौजूदा सिस्टम युवाओं की आकांक्षों को पूरा करने में संघर्ष कर रहा है। युवा दिशा चाहते हैं, लेकिन उनके आस-पास के लोग उन्हें ये मुहैया नहीं करा पा रहे हैं। पैरेंट्स अपने एक्सपीरियंस के आधार पर सलाह देते हैं, जो आज के जॉब मार्केट से मेल नहीं खाते। काउंसलर अत्यधिक बोझिल हैं या करियर की तैयारी के पुराने मॉडलों पर निर्भर हैं।
एंप्लॉयर्स वर्क एक्सपीरियंस की मांग करते हैं, लेकिन शुरुआती पहुंच या सीखने के अवसर शायद ही कभी प्रदान करते हैं। इन्हीं वजहों से उनके आस-पास ऐसे लोगों की कमी है, जो उन्हें करियर को लेकर सही सलाह दे पाएं। मजबूरन उन्हें सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है। करियर काउंसलिंग के लिए यूट्यूब सबसे ज्यादा भरोसमंद प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है। 70% युवाओं ने माना है कि वे करियर से संबंधित कंटेट यानी रील, वीडियो ज्यादातर सोशल मीडिया पर ही देख रहे हैं।
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सिर्फ टिकटॉक ही नहीं, बल्कि इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म भी बड़े पैमाने पर करियर काउंसलर्स के तौर पर इस्तेमाल हो रहे हैं। हाल ही में Schultz Family Foundation और HarrisX ने Broken Marketplace के लिए एक स्टडी की। इसमें बताया गया कि 70% Gen Z करियर को लेकर सलाह के लिए सोशल मीडिया का रुख कर रहे हैं। इसकी वजह ये है कि करियर को लेकर काफी ज्यादा अनिश्चितता है। ऐसे में सोशल मीडिया क्रिएटर्स उन्हें ज्यादा बेहतर सलाह दे पा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर क्यों हो रही करियर काउंसलिंग?
स्टडी को तैयार करने के लिए 5700 लोगों के इंटरव्यू किए गए, जिनमें 18 से 24 साल की उम्र के युवा शामिल थे। पैरेंट्स, एजुकेटर्स और एंप्लॉयर्स का कहा है कि मौजूदा सिस्टम युवाओं की आकांक्षों को पूरा करने में संघर्ष कर रहा है। युवा दिशा चाहते हैं, लेकिन उनके आस-पास के लोग उन्हें ये मुहैया नहीं करा पा रहे हैं। पैरेंट्स अपने एक्सपीरियंस के आधार पर सलाह देते हैं, जो आज के जॉब मार्केट से मेल नहीं खाते। काउंसलर अत्यधिक बोझिल हैं या करियर की तैयारी के पुराने मॉडलों पर निर्भर हैं।
एंप्लॉयर्स वर्क एक्सपीरियंस की मांग करते हैं, लेकिन शुरुआती पहुंच या सीखने के अवसर शायद ही कभी प्रदान करते हैं। इन्हीं वजहों से उनके आस-पास ऐसे लोगों की कमी है, जो उन्हें करियर को लेकर सही सलाह दे पाएं। मजबूरन उन्हें सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है। करियर काउंसलिंग के लिए यूट्यूब सबसे ज्यादा भरोसमंद प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है। 70% युवाओं ने माना है कि वे करियर से संबंधित कंटेट यानी रील, वीडियो ज्यादातर सोशल मीडिया पर ही देख रहे हैं।
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