प्रयागराज: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता आज 12 जुलाई को पुनर्प्राप्त जन्म दिवस मना रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने बड़ा आयोजन रखा है। सोशल मीडिया पर बधाई से लेकर शहर तक में कार्यक्रम है। 15 साल पहले नंदी पर आरडीएक्स बम से जानलेवा हमला हुआ था। भयानक रूप से घायल होने के बावजूद नंदी जीवित बच गए थे। मंत्री नंदी से इसे अपना पुनर्जन्म मानते हैं।
यूपी सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री और प्रयागराज शहर दक्षिणी सीट से विधायक के पुनर्प्राप्त जन्म दिवस पर बहादुरगंज इलाके को पूरी तरह सजाया गया है। यह वही जगह है, जहां 2010 में हमला किया गया था। आज इस अवसर पर प्रयागराज के साथ ही राज्य के कई नेता पहुंचेंगे। बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचने की भी उम्मीद है।
यह घटना 12 जुलाई 2010 की है। नंद गोपाल गुप्ता तत्कालीन बसपा सरकार में मंत्री थे। सावन का महीना था और कैबिनेट मंत्री नंदी बहादुरगंज स्थित शिव मंदिर में दर्शन पूजा करने जा रहे थे। जैसे ही वह मंदिर से बाहर निकले, वहां पहले से खड़ी RDX लगी स्कूटर में रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट हो गया। इस हमले में दो लोगों की जान चली गई थी। एक पत्रकार और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई।
वहीं मंत्री नंदी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। वह करीब चार महीने तक हॉस्पिटल में एडमिट रहे। लंबे इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गए थे। हालांकि हाथ, चेहरे और पेट में गंभीर चोट आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने विशेष विमान से उन्हें लखनऊ बुलाया था। विशेष विमान से उन्हें लखनऊ लाया गया फिर मायावती खुद उनका हाल चाल देखने अस्पताल पहुंची थीं।
नंदी स्वस्थ होकर फिर से राजनीति में लौटे। तबसे उन्हें विशेष सुरक्षा मिली हुई है। बाद में नंदी ने बसपा छोड़ दिया था। वर्तमान में वह योगी कैबिनेट में मंत्री हैं। उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता प्रयागराज की मेयर रह चुकी हैं। उस हमले के बाद से नंदी हर साल 12 जुलाई को पुनर्प्राप्त जन्म दिवस मनाते हैं।
इस प्रकरण में पुलिस ने खुलासा करते हुए पूर्व ब्लॉक प्रमुख चाका दिलीप मिश्रा, ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा, उनके खास शूटर आनंद पांडेय उर्फ पायलट समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दिलीप मिश्रा पर पहले से ही 46 मुकदमे पंजीकृत हैं।
यूपी सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री और प्रयागराज शहर दक्षिणी सीट से विधायक के पुनर्प्राप्त जन्म दिवस पर बहादुरगंज इलाके को पूरी तरह सजाया गया है। यह वही जगह है, जहां 2010 में हमला किया गया था। आज इस अवसर पर प्रयागराज के साथ ही राज्य के कई नेता पहुंचेंगे। बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचने की भी उम्मीद है।
यह घटना 12 जुलाई 2010 की है। नंद गोपाल गुप्ता तत्कालीन बसपा सरकार में मंत्री थे। सावन का महीना था और कैबिनेट मंत्री नंदी बहादुरगंज स्थित शिव मंदिर में दर्शन पूजा करने जा रहे थे। जैसे ही वह मंदिर से बाहर निकले, वहां पहले से खड़ी RDX लगी स्कूटर में रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट हो गया। इस हमले में दो लोगों की जान चली गई थी। एक पत्रकार और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई।
वहीं मंत्री नंदी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। वह करीब चार महीने तक हॉस्पिटल में एडमिट रहे। लंबे इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गए थे। हालांकि हाथ, चेहरे और पेट में गंभीर चोट आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने विशेष विमान से उन्हें लखनऊ बुलाया था। विशेष विमान से उन्हें लखनऊ लाया गया फिर मायावती खुद उनका हाल चाल देखने अस्पताल पहुंची थीं।
नंदी स्वस्थ होकर फिर से राजनीति में लौटे। तबसे उन्हें विशेष सुरक्षा मिली हुई है। बाद में नंदी ने बसपा छोड़ दिया था। वर्तमान में वह योगी कैबिनेट में मंत्री हैं। उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता प्रयागराज की मेयर रह चुकी हैं। उस हमले के बाद से नंदी हर साल 12 जुलाई को पुनर्प्राप्त जन्म दिवस मनाते हैं।
इस प्रकरण में पुलिस ने खुलासा करते हुए पूर्व ब्लॉक प्रमुख चाका दिलीप मिश्रा, ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा, उनके खास शूटर आनंद पांडेय उर्फ पायलट समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दिलीप मिश्रा पर पहले से ही 46 मुकदमे पंजीकृत हैं।
You may also like
हनुमान बेनीवाल और दो पूर्व विधायकों को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस, आज अंतिम दिन, प्रशासन सख्त
चिराग पासवान को 20 जुलाई तक बम से उड़ाने की धमकी
बिहार में बुलेट ट्रेन के सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण
राधिका हत्याकांड : 5 खोखे का खुला राज, 4 गोली राधिका को लगी, एक कहां हुई 'मिस'
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री: बागेश्वर धाम के बाबा की संपत्ति और कमाई पर चर्चा