नई दिल्ली: बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर एक हैरान करने वाला बयान दिया है। गांगुली का मानना है कि टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला पूरी तरह से विराट कोहली का था। 36 साल के कोहली ने 12 मई को संन्यास की घोषणा की थी। विराट कोहली ने बीसीसीआई को चार दिन पहले ही बता दिया था कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले हैं। हालांकि, बीसीसीआई ने विराट को अपने फैसले पर विचार करने के लिए भी कहा था, लेकिन वे नहीं माने।
बता दें कि सौरव गांगुली और विराट कोहली टीम इंडिया में एक साथ काम चुके थे। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष रहते हुए विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे। ऐसे में गांगुली ने बताया कि कोहली ने यह फैसला खुद लिया था। संन्यास को लेकर उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था। विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया।
सौरव गांगुली को नहीं हुई विराट के रिटायरमेंट से हैरानी
विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया। गांगुली भी उनमें से एक थे। कोहली पहले ही टी20 इंटरनेशनल छोड़ने का फैसला कर लिया था। टी20 से उनके संन्यास के बाद सबको उम्मीद थी कि वे कुछ और सालों तक टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में सौरव गांगुली ने कहा कि हर चीज का अंत होता है।
सौरव गांगुली ने अपने खेल से संन्यास लेने के बारे में भी बात की। उन्होंने कोहली के फैसले और अपने फैसले में समानता बताई। उन्होंने 37 साल की उम्र में टेस्ट से संन्यास ले लिया था। वे एक साल से ज्यादा समय से वनडे टीम से बाहर थे और उन्होंने कभी टी20 इंटरनेशनल नहीं खेला था। 2006-2007 में वे अपने सबसे अच्छे फॉर्म में थे। उस साल उन्होंने किसी भी भारतीय बल्लेबाज से ज्यादा वनडे में रन बनाए थे। फिर भी गांगुली ने संन्यास ले लिया, क्योंकि टीम 2011 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों पर ध्यान दे रही थी।
बता दें कि सौरव गांगुली और विराट कोहली टीम इंडिया में एक साथ काम चुके थे। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष रहते हुए विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे। ऐसे में गांगुली ने बताया कि कोहली ने यह फैसला खुद लिया था। संन्यास को लेकर उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था। विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया।
सौरव गांगुली को नहीं हुई विराट के रिटायरमेंट से हैरानी
विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया। गांगुली भी उनमें से एक थे। कोहली पहले ही टी20 इंटरनेशनल छोड़ने का फैसला कर लिया था। टी20 से उनके संन्यास के बाद सबको उम्मीद थी कि वे कुछ और सालों तक टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में सौरव गांगुली ने कहा कि हर चीज का अंत होता है।
सौरव गांगुली ने अपने खेल से संन्यास लेने के बारे में भी बात की। उन्होंने कोहली के फैसले और अपने फैसले में समानता बताई। उन्होंने 37 साल की उम्र में टेस्ट से संन्यास ले लिया था। वे एक साल से ज्यादा समय से वनडे टीम से बाहर थे और उन्होंने कभी टी20 इंटरनेशनल नहीं खेला था। 2006-2007 में वे अपने सबसे अच्छे फॉर्म में थे। उस साल उन्होंने किसी भी भारतीय बल्लेबाज से ज्यादा वनडे में रन बनाए थे। फिर भी गांगुली ने संन्यास ले लिया, क्योंकि टीम 2011 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों पर ध्यान दे रही थी।
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