वॉशिंगटन: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के पांच सालों में अपने पहले मंगल मिशन के लिए कुछ समय और इंतजार करना होगा। ब्लू ओरिजिन ने मौसम संबंधी समस्याओं के कारण नासा के बहुप्रतीक्षित एस्केपेड मंगल मिशन के अपने न्यू ग्लेन रॉकेट लॉन्च को टाल दिया है। कंपनी ने बताया है कि लॉन्च में देरी क्यूम्यलस क्लाउड नियम के उल्लंघन के कारण हुई है। इसे संभावित खराब मौसम के बीच सुरक्षित प्रक्षेपण स्थितियों को सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
एस्केपेड मिशन ब्लू और गोल्ड नाम के दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग करके मंगल के चुंबकीय क्षेत्र और वायुमंडलीय क्षति का अध्ययन करना है। इसका केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से प्रक्षेपित होने वाला था। फ्लोरिडा के स्पेस कोस्ट पर खराब मौसम के कारण ब्लू ओरिजिन को रविवार को न्यू ग्लेन रॉकेट के प्रक्षेपण के प्रयास को रद्द करना पड़ा, जबकि उल्टी गिनती शुरू होने में सिर्फ 20 मिनट बचे थे।
कंपनी ने दिया बयानब्लू ओरिजिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज का एनजी-2 प्रक्षेपण क्यूम्यलस क्लाउड नियम के कारण रद्द कर दिया गया है। हम पूर्वानुमानित मौसम के आधार पर अपने अगले प्रक्षेपण प्रयास के अवसरों की समीक्षा कर रहे हैं। यह प्रक्षेपण ब्लू ओरिजिन के भारी-भरकम न्यू ग्लेन रॉकेट की दूसरी उड़ान के रूप में निर्धारित था।
कंपनी 24 घंटे बाद एक नया प्रयास करने की योजना बना रही है, बशर्ते मौसम की स्थिति में सुधार हो और सभी प्रणालियां तैयार हों। यह देरी रॉकेट प्रक्षेपणों के लिए मौसम से उत्पन्न होने वाली लगातार चुनौतियों को उजागर करती है, जहां सख्त सुरक्षा नियम वायुमंडलीय परिस्थितियों और वाहन के प्रदर्शन के बीच जटिल अंतर्संबंध को नियंत्रित करते हैं।
क्या है लॉन्च का मकसदएस्केपेड का लक्ष्य नए लॉन्च-एंड-लोइटर प्रक्षेप पथ पर चलना है, जो 2026 के अंत में मंगल ग्रह की अंतर्ग्रहीय यात्रा शुरू करने से पहले पृथ्वी की कक्षा के पास स्थित होगा। यह जुड़वां अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह के वायुमंडल के लुप्त होने और सौर वायु तथा अंतरिक्षीय मौसम के ग्रह के जलवायु विकास पर पड़ने वाले प्रभावों जैसे महत्वपूर्ण प्रश्नों की पड़ताल करेगा।
ब्लू ओरिजिन की ओर से न्यू ग्लेन रॉकेट के ऊपर एस्केपेड मिशन को प्रक्षेपित करने के प्रयास में अटलांटिक महासागर में स्वायत्त पुनर्प्राप्ति यान जैकलिन पर रॉकेट के पहले चरण को उतारने का प्रयास भी शामिल है। यह फिर से प्रयोज्य हेवी लिफ्ट रॉकेट तकनीक के प्रदर्शन में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
एस्केपेड मिशन ब्लू और गोल्ड नाम के दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग करके मंगल के चुंबकीय क्षेत्र और वायुमंडलीय क्षति का अध्ययन करना है। इसका केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से प्रक्षेपित होने वाला था। फ्लोरिडा के स्पेस कोस्ट पर खराब मौसम के कारण ब्लू ओरिजिन को रविवार को न्यू ग्लेन रॉकेट के प्रक्षेपण के प्रयास को रद्द करना पड़ा, जबकि उल्टी गिनती शुरू होने में सिर्फ 20 मिनट बचे थे।
Today’s NG-2 launch is scrubbed due to weather, specifically the cumulus cloud rule. We’re reviewing opportunities for our next launch attempt based on forecasted weather.
— Blue Origin (@blueorigin) November 9, 2025
कंपनी ने दिया बयानब्लू ओरिजिन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आज का एनजी-2 प्रक्षेपण क्यूम्यलस क्लाउड नियम के कारण रद्द कर दिया गया है। हम पूर्वानुमानित मौसम के आधार पर अपने अगले प्रक्षेपण प्रयास के अवसरों की समीक्षा कर रहे हैं। यह प्रक्षेपण ब्लू ओरिजिन के भारी-भरकम न्यू ग्लेन रॉकेट की दूसरी उड़ान के रूप में निर्धारित था।
कंपनी 24 घंटे बाद एक नया प्रयास करने की योजना बना रही है, बशर्ते मौसम की स्थिति में सुधार हो और सभी प्रणालियां तैयार हों। यह देरी रॉकेट प्रक्षेपणों के लिए मौसम से उत्पन्न होने वाली लगातार चुनौतियों को उजागर करती है, जहां सख्त सुरक्षा नियम वायुमंडलीय परिस्थितियों और वाहन के प्रदर्शन के बीच जटिल अंतर्संबंध को नियंत्रित करते हैं।
क्या है लॉन्च का मकसदएस्केपेड का लक्ष्य नए लॉन्च-एंड-लोइटर प्रक्षेप पथ पर चलना है, जो 2026 के अंत में मंगल ग्रह की अंतर्ग्रहीय यात्रा शुरू करने से पहले पृथ्वी की कक्षा के पास स्थित होगा। यह जुड़वां अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह के वायुमंडल के लुप्त होने और सौर वायु तथा अंतरिक्षीय मौसम के ग्रह के जलवायु विकास पर पड़ने वाले प्रभावों जैसे महत्वपूर्ण प्रश्नों की पड़ताल करेगा।
ब्लू ओरिजिन की ओर से न्यू ग्लेन रॉकेट के ऊपर एस्केपेड मिशन को प्रक्षेपित करने के प्रयास में अटलांटिक महासागर में स्वायत्त पुनर्प्राप्ति यान जैकलिन पर रॉकेट के पहले चरण को उतारने का प्रयास भी शामिल है। यह फिर से प्रयोज्य हेवी लिफ्ट रॉकेट तकनीक के प्रदर्शन में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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