तेजेश चौहान,गाजियाबाद: अगर आप दिल्ली से सटे गाजियाबाद में प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास खबर है। क्योंकि यहाँ जमीन के सर्किल रेट यानी न्यूनतम रजिस्ट्रेशन मूल्य को बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निबंधन विभाग ने तहसील प्रशासन की टीम के साथ मिलकर सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि सितंबर 2025 तक जिले में नए सर्किल रेट लागू हो जायेंगे।
गाजियाबाद में पिछले वर्ष भी 20% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया था जो सितंबर माह में ही नया सर्किल रेट लागू किया गया था। शासन के दिशा-निर्देशों पर ही हर साल सर्किल रेट की बढ़ाये जाने पर तैयारी की जाती है और नए सर्किल रेट में संशोधन किया जाता है। इस बार जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा के निर्देश पर निबंधन विभाग ने सर्वे शुरू कराया है।
प्रॉपर्टी खरीद की गतिविधियों का किया जा रहा विश्लेषण
जिन इलाकों में सबसे ज्यादा खरीद फरोख्त होती है उन इलाकों के सर्किल रेट में उसी हिसाब से हर साल बढ़ोतरी की जाती है। इस बार भी हर साल की भांति सर्वे के दौरान यह जांच की जा रही है कि वर्तमान में किन इलाकों में प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री अधिक हो रही है और वहां किस रेट पर जमीन बिक रही है। इसके आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि किन क्षेत्रों में सर्किल रेट में कितनी वृद्धि की जा सकती है।
प्रॉपर्टी एक्सपर्ट का मानना है कि जो लोग गाजियाबाद में प्रॉपर्टी खरीदने का मन बना रहे हैं, उनके लिए यह बेहतर होगा कि वे नए सर्किल रेट लागू होने से पहले रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना न करना पड़े।
जनता से मांगी जाएंगी आपत्तियां
एआईजी स्टांप पुष्पेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वे के बाद सर्किल रेट की प्रस्तावित दरों का प्रकाशन किया जाएगा और आम लोगों से इससे संबंधित आपत्तियां भी मांगी जाएंगी। आपत्तियां मिलने पर तमाम बातों पर विश्लेषण करते हुए निस्तारण के बाद अंतिम सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया लगभग दो महीने में पूरी कर ली जाएगी।सर्किल रेट बढ़ने का सीधा असर प्रॉपर्टी की कुल कीमत पर पड़ेगा। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन पर लगने वाला स्टांप शुल्क भी बढ़ जाएगा।
गाजियाबाद में पिछले वर्ष भी 20% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया था जो सितंबर माह में ही नया सर्किल रेट लागू किया गया था। शासन के दिशा-निर्देशों पर ही हर साल सर्किल रेट की बढ़ाये जाने पर तैयारी की जाती है और नए सर्किल रेट में संशोधन किया जाता है। इस बार जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा के निर्देश पर निबंधन विभाग ने सर्वे शुरू कराया है।
प्रॉपर्टी खरीद की गतिविधियों का किया जा रहा विश्लेषण
जिन इलाकों में सबसे ज्यादा खरीद फरोख्त होती है उन इलाकों के सर्किल रेट में उसी हिसाब से हर साल बढ़ोतरी की जाती है। इस बार भी हर साल की भांति सर्वे के दौरान यह जांच की जा रही है कि वर्तमान में किन इलाकों में प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री अधिक हो रही है और वहां किस रेट पर जमीन बिक रही है। इसके आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि किन क्षेत्रों में सर्किल रेट में कितनी वृद्धि की जा सकती है।
प्रॉपर्टी एक्सपर्ट का मानना है कि जो लोग गाजियाबाद में प्रॉपर्टी खरीदने का मन बना रहे हैं, उनके लिए यह बेहतर होगा कि वे नए सर्किल रेट लागू होने से पहले रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना न करना पड़े।
जनता से मांगी जाएंगी आपत्तियां
एआईजी स्टांप पुष्पेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वे के बाद सर्किल रेट की प्रस्तावित दरों का प्रकाशन किया जाएगा और आम लोगों से इससे संबंधित आपत्तियां भी मांगी जाएंगी। आपत्तियां मिलने पर तमाम बातों पर विश्लेषण करते हुए निस्तारण के बाद अंतिम सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया लगभग दो महीने में पूरी कर ली जाएगी।सर्किल रेट बढ़ने का सीधा असर प्रॉपर्टी की कुल कीमत पर पड़ेगा। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन पर लगने वाला स्टांप शुल्क भी बढ़ जाएगा।
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