मुजफ्फरपुर: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री मुजफ्फरपुर पहुंचे, जहां पताही के चौसिमा मैदान में आयोजित नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ के अवसर पर उन्होंने हनुमंत कथा का आयोजन किया। इस मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। शास्त्री करीब पांच घंटे की देरी से मंच पर पहुंचे, लेकिन उनका जोशीला और राष्ट्रवादी भाषण सुनने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह कम नहीं हुआ। 'मुजफ्फरपुर के पगलों, चलो हिंदू राष्ट्र बनाएं'मंच पर आते ही धीरेंद्र शास्त्री ने अपने अंदाज़ में कहा, 'बिहार में का बा! जो हमें शाम 5 बजे से गाली दे रहे हैं, उन पगलों की जय हो।' उन्होंने आगे कहा कि 'मुजफ्फरपुर के पगलों, अगर तुम हमारा साथ दो तो हम इस देश को हिंदू राष्ट्र बना देंगे। हरि-उल्लाह वालों की ठठरी बांध दी जाएगी।' उनका यह बयान तुरंत ही चर्चा का विषय बन गया। 2025 का भारत अब जवाब देना जानता है: धीरेंद्र शास्त्रीधीरेंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन में हाल ही में पहलगाम में धर्म के आधार पर हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, 'धर्म पूछकर मारा गया, पाकिस्तान ने अपना असली चेहरा दिखा दिया। लेकिन यह 2025 का भारत है, हमने पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा है। ऑपरेशन सिंदूर तो केवल झांकी है, अभी हल्दी-मेहंदी बाकी है।' उन्होंने चीन पर भी तंज कसते हुए कहा, 'हम चीन के चार्जर पर भरोसा नहीं करते, वह मिसाइल पर भरोसा करता है। हमारी बेटियों ने भी घर में घुसकर मारा है, अब बेटों से भिड़ेगा तो क्या होगा?' जातीय जनगणना पर संतुलित रुखजातीय जनगणना पर शास्त्री ने अपनी राय रखते हुए कहा, 'हमें जातीय जनगणना चाहिए, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है अमीर-गरीब की गणना, ताकि असली जरूरतमंदों को मदद मिल सके।' उन्होंने यह भी कहा, 'कंधे से ऊंची छाती नहीं होती और धर्म से बड़ी कोई जाति नहीं होती।' दिव्य दरबार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़हनुमंत कथा के बाद दिव्य दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों से यह पूछा गया कि सामूहिक अर्जी ली जाए या दरबार लगाया जाए। भक्तों के अनुरोध पर दरबार लगाया गया, जहां शिवम, विजय और दो महिलाओं की अर्जी पर सुनवाई की गई।
Next Story
बिहार के मुजफ्फरपुर में गरजे बाबा बागेश्वर, कहा- 'ऑपरेशन सिंदूर तो केवल झांकी है, अभी हल्दी-मेहंदी बाकी है'
Send Push