क्या आपने कभी अपनी पेन ड्राइव के पोर्ट में दिखने वाले रंग पर गौर किया है? अगर नहीं, तो एक बार जरूर देखिएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इनके पोर्ट में दिखने वाले रंग से आप पेन ड्राइव के बारे में कई जरूरी डिटेल का पता लगा सकते हैं। पेन ड्राइव के USB पोर्ट में दिख रहा रंग बताता है कि वह कितनी स्पीड पर डेटा ट्रांसफर कर सकती हैं और उनमें कितनी पावर सप्लाई है। चलिए फिर डिटेल में समझते हैं कि पेन ड्राइव के USB पोर्ट में दिखने वाले हर एक रंग का मतलब आखिर क्या है?
क्या है USB पोर्ट के अलग-अलग रंगों का मतलब?आपकी पेन ड्राइव या लैपटॉप के USB पोर्ट में मुख्य रूप से 7 तरह के रंग देखने को मिलते हैं। इनके रंगों से आप मिलने वाली स्पीड का पता लगा सकते हैं।
सफेद रंग का USB पोर्ट: अगर आपकी पेन ड्राइव या लैपटॉप/पीसी के USB पोर्ट का रंग सफेद है, तो जान लें कि यह सबसे पुराना USB 1.x पोर्ट है। इसमें आपको ज्यादा से ज्यादा 12 Mbps तक की स्पीज मिल सकती है। काले रंग का USB पोर्ट: इस रंग के साथ आने वाले ड्राइव USB 2.0 पोर्ट होते हैं। इनमें आपको 480mbps तक की स्पीड मिल जाती है। इस तरह की ड्राइव आजकल बहुत ही आम हैं। पीले रंग का USB पोर्ट: इस रंग के USB पोर्ट आपको लैपटॉप या पीसी में देखने को मिलेंगे। इस तरह के पोर्ट ऑल्वेज ऑन होते हैं। इसका मतलब है कि भल आपका कंप्यूटर बंद हो लेकिन इस पोर्ट से अगर किसी डिवाइस को कनेक्ट किया जाता है, तो वह चार्ज होना शुरू हो जाएगा। नारंगी रंग के पोर्ट: यह पोर्ट भी ऑल्वेज ऑन ही होते हैं और USB 3.0 को सपोर्ट करते हैं। नीले रंग के USB पोर्ट: अगर आपके पास नीले रंग के USB पोर्ट वाली पेन ड्राइव है या फिर आपके पीसी या लैपटॉप पर इस रंग का USB पोर्ट है, तो बता दें कि यह एक सुपर स्पीड पोर्ट की निशानी है। यह USB 3.0 को सपोर्ट करते हैं और इनसे आपको 5GBPS तक की स्पीड मिल सकती है। टील रंग के पोर्ट: इस रंग के पोर्ट USB 3.1 को सपोर्ट करते हैं और यह 10Gbps तक का डेटा ट्रांसफर कर सकते हैं। लाल रंग के पोर्ट: इस रंग के USB पोर्ट सबसे एडवांस और तेज पोर्ट होते हैं। यह USB 3.2 या 3.1 Gen 2 स्टैंडर्ड को सपोर्ट करते हैं। ये पोर्ट आपको 20Gbps तक की स्पीड दे सकता है। इसके साथ-साथ यह ऑल्वेज ऑन फीचर से भी लैस होते हैं।
अलग होते हैं टाइप C और Thunderbolt पोर्टआजकल के लैपटॉप और खासकर एडवांस लैपटॉप में USB पोर्ट की जगह टाइप सी पोर्ट देखने को मिलते हैं। ये भले दिखने में एक जैसे हों लेकिन इनकी क्षमता अलग-अलग होती है। इनमें सबसे कॉमन पोर्ट USB C (2.0) होते हैं। इनसे आपको 480 Mbps तक की डेटा ट्रांसफर स्पीड मिल पाती है। USB-C 3.x वाले टाइप सी पोर्ट आपको 10 से 20Gbps तक की हाई-स्पीड डेटा ट्रांसफर दे सकते हैं। इसके बाद आते हैं Thunderbolt पोर्ट, जिनके साथ आपको बिजली के निशान जैसा आइकन बना देखने को मिलता है। ये पोर्ट 40 Gbps तक की स्पीड दे सकते हैं और सबसे ज्यादा एडवांस हैं। Macbooks में इन Thunderbolt पोर्ट का इस्तेमाल होता है। इनकी खासियत होती है कि ये पुराने डिवाइसों के साथ भी आसानी से काम कर सकते हैं।
सही पोर्ट का इस्तेमाल है जरूरीजब भी आप कोई पेन ड्राइव या फिर लैपटॉप जैसा डिवाइस खरीदते हैं, तो उसमें मौजूद USB पोर्ट और उनके रंगों पर जरूर ध्यान दें। इससे आप ना सिर्फ उनकी स्पीड का अंदाजा लगा पाएंगे बल्कि इस्तेमाल के समय भी आपको पता होगा कि कौन सा USB पोर्ट आपको बेहतर परफॉर्मेंस दे सकता है। उदाहरण के लिए अगर आप किसी बड़ी फाइल को ट्रांसफर करने के लिए हाई स्पीड पेन ड्राइव या पोर्ट का इस्तेमाल करेंगे, तो आपका काम तेजी से और बिना किसी परेशानी के पूरा हो जाएगा।
क्या है USB पोर्ट के अलग-अलग रंगों का मतलब?आपकी पेन ड्राइव या लैपटॉप के USB पोर्ट में मुख्य रूप से 7 तरह के रंग देखने को मिलते हैं। इनके रंगों से आप मिलने वाली स्पीड का पता लगा सकते हैं।
अलग होते हैं टाइप C और Thunderbolt पोर्टआजकल के लैपटॉप और खासकर एडवांस लैपटॉप में USB पोर्ट की जगह टाइप सी पोर्ट देखने को मिलते हैं। ये भले दिखने में एक जैसे हों लेकिन इनकी क्षमता अलग-अलग होती है। इनमें सबसे कॉमन पोर्ट USB C (2.0) होते हैं। इनसे आपको 480 Mbps तक की डेटा ट्रांसफर स्पीड मिल पाती है। USB-C 3.x वाले टाइप सी पोर्ट आपको 10 से 20Gbps तक की हाई-स्पीड डेटा ट्रांसफर दे सकते हैं। इसके बाद आते हैं Thunderbolt पोर्ट, जिनके साथ आपको बिजली के निशान जैसा आइकन बना देखने को मिलता है। ये पोर्ट 40 Gbps तक की स्पीड दे सकते हैं और सबसे ज्यादा एडवांस हैं। Macbooks में इन Thunderbolt पोर्ट का इस्तेमाल होता है। इनकी खासियत होती है कि ये पुराने डिवाइसों के साथ भी आसानी से काम कर सकते हैं।
सही पोर्ट का इस्तेमाल है जरूरीजब भी आप कोई पेन ड्राइव या फिर लैपटॉप जैसा डिवाइस खरीदते हैं, तो उसमें मौजूद USB पोर्ट और उनके रंगों पर जरूर ध्यान दें। इससे आप ना सिर्फ उनकी स्पीड का अंदाजा लगा पाएंगे बल्कि इस्तेमाल के समय भी आपको पता होगा कि कौन सा USB पोर्ट आपको बेहतर परफॉर्मेंस दे सकता है। उदाहरण के लिए अगर आप किसी बड़ी फाइल को ट्रांसफर करने के लिए हाई स्पीड पेन ड्राइव या पोर्ट का इस्तेमाल करेंगे, तो आपका काम तेजी से और बिना किसी परेशानी के पूरा हो जाएगा।
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