सड़क किनारे की चाट में सिर्फ आलू, प्याज और सेव का स्वाद होता था लेकिन अब अगर भेल में पास्ता या डोसे में चॉकलेट दिख जाए, तो हैरान मत होइए! भारत का स्ट्रीट फूड अब ग्लोबल ट्रेंड्स के साथ कदम मिला चुका है। फ्यूजन फूड का जादू न सिर्फ रेस्तरां में, बल्कि गलियों तक पहुंच चुका है जहां देसी मसाले और विदेशी सामग्री मिलकर तैयार कर रहे हैं स्वाद का नया धमाका।
विदेशी स्वाद का देसी संगम

एवोकाडो, ट्रफल ऑयल, ब्लू चीज और एडिबल फ्लेवर्स जैसी विदेशी चीजें, जो कभी फाइव-स्टार रेस्तरां तक सीमित थीं, अब देश की गलियों में भी उतर आई हैं। अब ट्रफल ऑयल पाव भाजी, ब्लू चीज़ कुलचा और एवोकाडो पानी पुरी जैसी डिश लोगों की नई पसंद बन चुकी हैं। डाइटीशियन अनुष्का कपूर बताती हैं, ‘एवोकाडो, जो पहले सिर्फ वेस्टर्न सलाद में दिखता था, अब भारतीय चाट में भी जगह बना चुका है। दरअसल, लोग अब हेल्दी और बोल्ड फ्लेवर के साथ प्रयोग करने में झिझक नहीं रहे हैं।’ दिल्ली के लाजपत नगर की ‘नवीन चाट’ की एवोकाडो पानी पुरी इसका उदाहरण है, जहां पारंपरिक आलू मसाले की जगह एवोकाडो, प्याज़ और टमाटर का मेल है। यह सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि भारत के बदलते फूड कल्चर की झलक है, जहां हर प्लेट में परंपरा और आधुनिकता का संगम दिखता है।
नए स्वाद, जो हैं ट्रेंड में
आज पिज्जा समोसा अपनी कुरकुरी परत और चीज़-टमाटर के फ्लेवर के साथ युवाओं की पसंद बना है। चिली चीज़ वड़ा पाव और कुल्हड़ पिज्जा, देसी स्नैक्स को नया ट्विस्ट दे रहे हैं। मिडिल ईस्ट स्नैक फलाफेल चाट को देश में दही, चटनी, प्याज़, टमाटर, सेव और मसालों के साथ परोसा जा रहा है। इसी तरह डोसे में चॉकलेट या पाव भाजी की फिलिंग भी कई रेस्तरां में खाने को मिल जाएगी। कॉलेज स्टूडेंट अंकुर नौटियाल कहते हैं, ‘फ्यूज़न फ्लेवर ने युवाओं को फिर से स्ट्रीट फूड का दीवाना बना दिया है।
रीजनल फूड में नया ट्विस्ट

डाइटीशियन अनुष्का बताती हैं, ‘सिर्फ मेट्रो नहीं, छोटे शहरों में भी फ्यूज़न का क्रेज बढ़ रहा है। कोलकाता काठी रोल में अब क्विनोआ या एवोकाडो की फिलिंग है, लखनवी गलौटी कबाब सॉरडो ब्रेड पर सर्व किए जा रहे हैं और मुंबई का वड़ा पाव अब होल व्हीट ब्रेड में मिलता है।’
यह बदलाव स्वाद के साथ सोच का भी है। लोग सेहत को लेकर फिक्रमंद और एक्सपेरिमेंटल हो रहे हैं। सुशी, राइस बाउल और किम्बाप जैसे जापानी-कोरियन व्यंजन भी अब देसी फ्लेवर में ढल रहे हैं। 2024 में लोडेड फ्राइज और नाचोस भारतीय स्ट्रीट फूड का हिस्सा बने, अब ये इमली की चटनी और मसालों के साथ परोसे जा रहे हैं। वहीं, बबल वॉफल और चुरोस जैसे डेज़र्ट भी नए स्वाद की मिठास घोल रहे हैं।
सोशल मीडिया ने बढ़ाया क्रेज
इंस्टाग्राम और रील कल्चर ने फ्यूजन फूड को नई ऊंचाइयां दी हैं। फूड ब्लॉगर रुचि दत्ता कहती हैं, ‘अब खाना सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि एक्सप्रेस करने का जरिया है।’
विदेशी स्वाद का देसी संगम
एवोकाडो, ट्रफल ऑयल, ब्लू चीज और एडिबल फ्लेवर्स जैसी विदेशी चीजें, जो कभी फाइव-स्टार रेस्तरां तक सीमित थीं, अब देश की गलियों में भी उतर आई हैं। अब ट्रफल ऑयल पाव भाजी, ब्लू चीज़ कुलचा और एवोकाडो पानी पुरी जैसी डिश लोगों की नई पसंद बन चुकी हैं। डाइटीशियन अनुष्का कपूर बताती हैं, ‘एवोकाडो, जो पहले सिर्फ वेस्टर्न सलाद में दिखता था, अब भारतीय चाट में भी जगह बना चुका है। दरअसल, लोग अब हेल्दी और बोल्ड फ्लेवर के साथ प्रयोग करने में झिझक नहीं रहे हैं।’ दिल्ली के लाजपत नगर की ‘नवीन चाट’ की एवोकाडो पानी पुरी इसका उदाहरण है, जहां पारंपरिक आलू मसाले की जगह एवोकाडो, प्याज़ और टमाटर का मेल है। यह सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि भारत के बदलते फूड कल्चर की झलक है, जहां हर प्लेट में परंपरा और आधुनिकता का संगम दिखता है।
नए स्वाद, जो हैं ट्रेंड में
आज पिज्जा समोसा अपनी कुरकुरी परत और चीज़-टमाटर के फ्लेवर के साथ युवाओं की पसंद बना है। चिली चीज़ वड़ा पाव और कुल्हड़ पिज्जा, देसी स्नैक्स को नया ट्विस्ट दे रहे हैं। मिडिल ईस्ट स्नैक फलाफेल चाट को देश में दही, चटनी, प्याज़, टमाटर, सेव और मसालों के साथ परोसा जा रहा है। इसी तरह डोसे में चॉकलेट या पाव भाजी की फिलिंग भी कई रेस्तरां में खाने को मिल जाएगी। कॉलेज स्टूडेंट अंकुर नौटियाल कहते हैं, ‘फ्यूज़न फ्लेवर ने युवाओं को फिर से स्ट्रीट फूड का दीवाना बना दिया है।
रीजनल फूड में नया ट्विस्ट
डाइटीशियन अनुष्का बताती हैं, ‘सिर्फ मेट्रो नहीं, छोटे शहरों में भी फ्यूज़न का क्रेज बढ़ रहा है। कोलकाता काठी रोल में अब क्विनोआ या एवोकाडो की फिलिंग है, लखनवी गलौटी कबाब सॉरडो ब्रेड पर सर्व किए जा रहे हैं और मुंबई का वड़ा पाव अब होल व्हीट ब्रेड में मिलता है।’
यह बदलाव स्वाद के साथ सोच का भी है। लोग सेहत को लेकर फिक्रमंद और एक्सपेरिमेंटल हो रहे हैं। सुशी, राइस बाउल और किम्बाप जैसे जापानी-कोरियन व्यंजन भी अब देसी फ्लेवर में ढल रहे हैं। 2024 में लोडेड फ्राइज और नाचोस भारतीय स्ट्रीट फूड का हिस्सा बने, अब ये इमली की चटनी और मसालों के साथ परोसे जा रहे हैं। वहीं, बबल वॉफल और चुरोस जैसे डेज़र्ट भी नए स्वाद की मिठास घोल रहे हैं।
सोशल मीडिया ने बढ़ाया क्रेज
इंस्टाग्राम और रील कल्चर ने फ्यूजन फूड को नई ऊंचाइयां दी हैं। फूड ब्लॉगर रुचि दत्ता कहती हैं, ‘अब खाना सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि एक्सप्रेस करने का जरिया है।’
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