नई दिल्ली:  बीजेपी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार राजधानी जीवन रेखा कही जाने वाली यमुना को साफ करने की तैयारी में लगी है। सरकार ने यमुना को साफ करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस बीच मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने बता दिया है कि कितने समय लगेंगे।   
   
यमुना में साफ करने में लगेंगे इतने साल
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश मंत्री ने कहना है कि यमुना नदी तीन साफ और अविरल होगी। इसके लिए सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने यह बातें सोमवार को वासुदेव घाट पर सरकार व यमुना संसद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित यमुनोत्सव-2025 के दौरान कही।
   
यमुनोत्सव-2025 में इस विषय पर हुई चर्चा
कार्यक्रम में यमुना की सफाई को लेकर वैज्ञानिक तरीकों पर भी चर्चा हुई। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इस चर्चा में शामिल होकर अपनी बात रखी।इस मौके पर प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि उनका तीन साल में यमुना शुद्धिकरण का वादा सच साबित होगा। केंद्र सरकार से भी हमें पूरी मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी के साथ हर दिल्लीवासी का यमुना के शुद्धिकरण का सपना साकार होगा।
   
सरकार ने बनाया ये प्लान
आपको बता दें कि सरकार ने इसके लिए बड़ा प्लान बनाया है। यह प्लान वाराणसी में गंगा नदी की सफाई के तरीके जैसा होगा। यमुना को साफ करने के लिए 36.23 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस काम में IIT की खास तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसका मकसद यमुना को स्वच्छ बनाना और उसके पानी की निगरानी करना है।
   
   
  
यमुना में साफ करने में लगेंगे इतने साल
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश मंत्री ने कहना है कि यमुना नदी तीन साफ और अविरल होगी। इसके लिए सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने यह बातें सोमवार को वासुदेव घाट पर सरकार व यमुना संसद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित यमुनोत्सव-2025 के दौरान कही।
यमुनोत्सव-2025 में इस विषय पर हुई चर्चा
कार्यक्रम में यमुना की सफाई को लेकर वैज्ञानिक तरीकों पर भी चर्चा हुई। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इस चर्चा में शामिल होकर अपनी बात रखी।इस मौके पर प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि उनका तीन साल में यमुना शुद्धिकरण का वादा सच साबित होगा। केंद्र सरकार से भी हमें पूरी मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी के साथ हर दिल्लीवासी का यमुना के शुद्धिकरण का सपना साकार होगा।
सरकार ने बनाया ये प्लान
आपको बता दें कि सरकार ने इसके लिए बड़ा प्लान बनाया है। यह प्लान वाराणसी में गंगा नदी की सफाई के तरीके जैसा होगा। यमुना को साफ करने के लिए 36.23 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस काम में IIT की खास तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसका मकसद यमुना को स्वच्छ बनाना और उसके पानी की निगरानी करना है।
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