वॉशिंगटन: सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा शनिवार को आधिकारिक दौरे पर अमेरिका पहुंचे हैं। शरा सोमवार को वाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। साल 1946 में देश की आजादी के बाद यानी करीब आठ दशक में यह पहली बार हो रहा है, जब कोई सीरियाई राष्ट्रपति अमेरिकी दौरा कर रहा है। शरा ने इससे पहले मई में सऊदी अरब में ट्रंप से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद शरा के अमेरिकी दौरे का रास्ता साफ हुआ।
अहमद अल-शरा का अमेरिका जाना और ट्रंप से मिलना ध्यान खींच रहा है क्योंकि पूर्व में उनका अल कायदा से जुड़े गुट से संबंध रहा है। अमेरिका ने आतंकी गतिविधियों के लिए शरा पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था। शरा के नेतृत्व वाले गुट ने बीते साल बशर अल असद का तख्तापलट करते हुए सीरिया की सत्ता पर कब्जा किया था। इसके बाद शरा ने ट्रंप प्रशासन से संबंध बेहतर किए हैं। अमेरिका ने हाल ही में शरा और सीरिया पर लगाए बैन वापस लिए हैं।
ISIS के खिलाफ तेज होगी लड़ाईशरा के अमेरिकी दौरे के दौरान कई अहम समझौते होने की उम्मीद है। अहमद अल-शरा के नेतृत्व में सीरिया आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका का साथ देने का ऐलान कर सकते हैं। ट्रंप के साथ सोमवार को होने वाली बैठक के दौरान सीरियाई और अमेरिका के राष्ट्रपति सीरिया के पुनर्निर्माण पर भी चर्चा कर सकते हैं।
अहमद अल-शरा के अमेरिका पहुंचने से ठीक पहले सीरिया के गृह मंत्रालय ने आईएसआईएस के ठिकानों पर हमलों की घोषणा की है। सीरियाई गृह मंत्रालय ने कहा है कि सेना ने कई प्रांतों में आईएसआईएस के ठिकानों को निशाना बनाया है। शरा-ट्रंप से मुलाकात के बाद अमेरिका भी इस लड़ाई में सीरिया के साथ आ सकता है।
आर्मी बेस बनाएगा अमेरिकासीरिया के राजनयिक सूत्र ने एएफपी को बताया कि अमेरिका समन्वय और सीरिया-इजरायल के बीच घटनाक्रमों पर नजर रखने के लिए दमिश्क के पास सैन्य अड्डा स्थापित करने की योजना बना रहा है। पूर्व में अल कायदा से संबद्ध रहे शरा के हयात तहरीर अल-शाम (HTS) को जुलाई में वॉशिंगटन ने आतंकी समूह की सूची से हटाया था।
विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा है कि शरा की सरकार लापता अमेरिकियों को खोजने और रासायनिक हथियारों को नष्ट की हमारी मांगों को पूरा कर रही है। पिगॉट ने आगे कहा कि अमेरिका के शरा को ब्लैक लिस्ट से हटाने से क्षेत्रीय स्थिरता के साथ-साथ समावेशी और सीरियाई स्वामित्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा।
अहमद अल-शरा का अमेरिका जाना और ट्रंप से मिलना ध्यान खींच रहा है क्योंकि पूर्व में उनका अल कायदा से जुड़े गुट से संबंध रहा है। अमेरिका ने आतंकी गतिविधियों के लिए शरा पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया था। शरा के नेतृत्व वाले गुट ने बीते साल बशर अल असद का तख्तापलट करते हुए सीरिया की सत्ता पर कब्जा किया था। इसके बाद शरा ने ट्रंप प्रशासन से संबंध बेहतर किए हैं। अमेरिका ने हाल ही में शरा और सीरिया पर लगाए बैन वापस लिए हैं।
ISIS के खिलाफ तेज होगी लड़ाईशरा के अमेरिकी दौरे के दौरान कई अहम समझौते होने की उम्मीद है। अहमद अल-शरा के नेतृत्व में सीरिया आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिका का साथ देने का ऐलान कर सकते हैं। ट्रंप के साथ सोमवार को होने वाली बैठक के दौरान सीरियाई और अमेरिका के राष्ट्रपति सीरिया के पुनर्निर्माण पर भी चर्चा कर सकते हैं।
अहमद अल-शरा के अमेरिका पहुंचने से ठीक पहले सीरिया के गृह मंत्रालय ने आईएसआईएस के ठिकानों पर हमलों की घोषणा की है। सीरियाई गृह मंत्रालय ने कहा है कि सेना ने कई प्रांतों में आईएसआईएस के ठिकानों को निशाना बनाया है। शरा-ट्रंप से मुलाकात के बाद अमेरिका भी इस लड़ाई में सीरिया के साथ आ सकता है।
आर्मी बेस बनाएगा अमेरिकासीरिया के राजनयिक सूत्र ने एएफपी को बताया कि अमेरिका समन्वय और सीरिया-इजरायल के बीच घटनाक्रमों पर नजर रखने के लिए दमिश्क के पास सैन्य अड्डा स्थापित करने की योजना बना रहा है। पूर्व में अल कायदा से संबद्ध रहे शरा के हयात तहरीर अल-शाम (HTS) को जुलाई में वॉशिंगटन ने आतंकी समूह की सूची से हटाया था।
विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा है कि शरा की सरकार लापता अमेरिकियों को खोजने और रासायनिक हथियारों को नष्ट की हमारी मांगों को पूरा कर रही है। पिगॉट ने आगे कहा कि अमेरिका के शरा को ब्लैक लिस्ट से हटाने से क्षेत्रीय स्थिरता के साथ-साथ समावेशी और सीरियाई स्वामित्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा।
You may also like

सरकार ने देश के मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ाने के लिए 50 से ज्यादा कंपनियों के साथ एमओयू साइन किए

Mohan Bhagwat: क्या मुसलमान RSS में शामिल हो सकते हैं? मोहन भागवत ने दिया जवाब, बताया कि संघ में किसे अनुमति नहीं

मात्र 312ˈ रुपए के लिए 41 वर्षों तक कोर्ट के लगाती रही चक्कर 11 जज भी नही दिलवा पाए इंसाफ﹒

चीनी प्रधानमंत्री ने अलेक्जेंड्रू मुंटेनू को मोल्डोवा का पीएम बनने पर बधाई दी

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सऊदी अरब का किया दौरा




