शुक्र शनि युति 2025: वैदिक ज्योतिष में शनि और शुक्र दोनों ही ग्रह अत्यंत प्रभावशाली माने गए हैं। जहां भगवान शनि को कर्मफल दाता और अनुशासन का प्रतीक माना जाता है, वहीं शुक्र ग्रह को धन, वैभव, आनंद और सुंदरता का कारक माना जाता है। जब इन दोनों ग्रहों की चाल में विशेष संबंध बनता है तो इसका 12 राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, शनि वर्तमान में मीन राशि में है, जबकि शुक्र जून में मेष राशि में गोचर करेगा। ऐसे में इन दोनों ग्रहों के 30 डिग्री पर होने से द्विवेदश योग बनेगा। यह शुभ योग तीन राशियों के लिए वरदान साबित हो सकता है।
एआरआईएस
आपकी राशि में शुक्र का गोचर और शनि के साथ बन रहा द्विस्वभाव योग आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। उच्च अधिकारियों के साथ संबंधों में सुधार होगा। शिक्षा में आ रही बाधाएं दूर होंगी। संतान से संबंधित चिंताओं से आपको राहत मिल सकती है। रुकी हुई योजनाएं आगे बढ़ सकती हैं और इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। व्यापार में लाभ कमाने का अवसर मिलेगा और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। जीवन अधिक अनुशासित और संतुलित होगा।
मकर
मकर राशि वालों के लिए यह योग विशेष शुभ रहेगा। करियर और व्यापार में प्रगति के संकेत मिलेंगे। लंबे समय से रुके हुए कार्य अब पूरे हो सकेंगे। समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। पारिवारिक जीवन में सुख और शांति रहेगी। विवाह योग्य लोगों को अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। धार्मिक एवं आध्यात्मिक विषयों में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी के साथ रिश्ते मधुर रहेंगे और छोटी यात्राएं भी संभव हो सकती हैं।
कुंभ:
यह समय कुंभ राशि के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है, खासकर तब जब शनि आपकी राशि पर साढ़ेसाती के अंतिम चरण में है। वर्षों की कड़ी मेहनत अब फल दे सकती है। शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने की संभावना है। कार्यस्थल पर आपको सराहना मिलेगी। मानसिक तनाव कम होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। लंबे समय से रुकी हुई योजनाएं अब गति पकड़ लेंगी।
You may also like
चुनाव से पहले नीतीश कैबिनेट ने नई नौकरियां, सीवरेज परियोजनाएं और वैट कटौती नीति समेत 47 प्रमुख प्रस्तावों को मंजूरी दी
RCB vs PBKS Highlights: छक्के से खाता खोलकर आंख दिखा रहे थे सॉल्ट, काइल जैमीसन ने ऐसे उतार दिया भूत, श्रेयस अय्यर का रिएक्शन वायरल
बेटे की शादी का कार्ड बांटकर लौट रहे दंपत्ति की सड़क दुर्घटना में मौत
धन की कमी से जूझ रहे हैं तो हर बुधवार करें श्री गणेश अष्टकम का पाठ, फिर देखिये मां लक्ष्मी कैसे बदलती है आपका भाग्य
बप्पा का वो चमत्कारी मंदिर, जहां तालाब से खुद प्रकृट हुई थी मूर्ति, जानें इस मंदिर से जुड़ी है रोचक कथा