आजकल की भागमभाग भरी ज़िंदगी में,खासकर बड़े शहरों में,अपना घर खरीदना हर किसी के लिए संभव नहीं होता. ऐसे में,किराए का घर एक बहुत अच्छा और व्यावहारिक विकल्प है. लेकिन,किराए पर घर लेते समय कुछ सावधानियां बरतना बहुत ज़रूरी है,वरना आपको आगे चलकर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. एक छोटी सी लापरवाही आपके लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है.किराए का घर फाइनल करने से पहले कुछ ऐसी ज़रूरी बातें हैं,जिनकी जांच-पड़ताल करना हर समझदार इंसान का कर्तव्य है. इससे न केवल आपको कानूनी सुरक्षा मिलती है,बल्कि आप एक ऐसा आशियाना भी पाते हैं जहाँ आप सुकून से रह सकें. तो चलिए,जानते हैं कि एक फ्लैट या मकान किराए पर लेने से पहले आपको किन5ज़रूरी बातों की जांच-पड़ताल करनी चाहिए.1. रेंट एग्रीमेंट (किराया समझौता) - सबसे पहला और अहम कदमकोई भी मकान किराए पर लेने का फाइनल स्टेप होता है रेंट एग्रीमेंट बनवाना. यह आपके और मकान मालिक के बीच एक कानूनी करार है,जो दोनों पक्षों के अधिकारों और जिम्मेदारियों को स्पष्ट करता है.क्या-क्या जांचें:किराया (Rent):किराए की रकम,वह हर महीने की किस तारीख तक जमा की जानी है, और क्या वह बढ़ाई जाएगी,इसकी स्पष्ट जानकारी लें.सिक्योरिटी डिपॉजिट (Security Deposit):यह कितना होगा,किन शर्तों पर यह वापस मिलेगा,और कब वापस मिलेगा - यह सब एग्रीमेंट में साफ लिखा होना चाहिए.टेन्योर (Tenure):लीज़ (lease)या एग्रीमेंट की अवधि कितनी है?रखरखाव (Maintenance):छोटे-मोटे रखरखाव (जैसे नल ठीक करवाना, बल्ब बदलना) किसकी ज़िम्मेदारी होगी,इसका उल्लेख ज़रूर देखें.नोटिस पीरियड (Notice Period):अगर आपको या मकान मालिक को एग्रीमेंट खत्म करना हो,तो कितने समय पहले नोटिस देना होगा,यह भी ज़रूरी है.किरायेदार के अधिकार:किराएदार के तौर पर आपके क्या अधिकार हैं (जैसे शांतिपूर्ण कब्जा) और मकान मालिक की क्या ज़िम्मेदारियां (जैसे आपकी सहमति के बिना घर में न घुसना) हैं,ये सब अच्छे से पढ़ लें.सुझाव:एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले उसे अच्छी तरह पढ़ें और समझें. किसी भी अस्पष्टता या चिंता को मकान मालिक से दूर करें.2. प्रॉपर्टी की फिजिकल जांच -'कच्ची'बातों पर न रहेंसिर्फ एग्रीमेंट पर ही भरोसा न करें,प्रॉपर्टी को खुद जाकर अच्छी तरह से जांचें.सभी चीज़ें चेक करें:पानी की सप्लाई:पानी का प्रेशर कैसा है?क्या 24घंटे पानी आता है?गंदे पानी की निकासी (drainage)ठीक है?बिजली:वायरिंग कैसी है?क्या प्लग पॉइंट्स (plug points)काम कर रहे हैं? फ्यूज बॉक्स (fuse box)या मेन स्विच (main switch)कहां है?प्लंबिंग:बाथरूम और किचन के नल,फ्लश (flush),और शावर (shower)ठीक से काम कर रहे हैं?कहीं कोई लीकेज (leakage)तो नहीं?दीवारें और सीलन:दीवारों पर सीलन (dampness),फफूंदी (mould), या प्लास्टर उखड़ने की समस्या तो नहीं है?यह आपकी सेहत के लिए बहुत बुरा हो सकता है.वेंटिलेशन (Ventilation):खिड़कियाँ और रोशनदान (ventilation shafts)ठीक से खुलते हैं? क्या हवा का आना-जाना सही है?सुझाव:शाम के समय प्रॉपर्टी देखना एक अच्छा विकल्प हो सकता है,जिससे आपको लाइट की स्थिति और आस-पास के माहौल का बेहतर अंदाजा लगे.3. सिक्योरिटी डिपॉजिट और एडवांस रेंट: पारदर्शी नियमसिक्योरिटी डिपॉजिट (Security Deposit)और कभी-कभी एडवांस रेंट (Advance Rent)भी लिया जाता है. इन्हें लेकर बात को बिलकुल साफ रखें.राशि का निर्धारण:सामान्य तौर पर,यह1-2महीने के किराए के बराबर होता है. इस पर अपने मकान मालिक से बात करें.रसीद (Receipt):डिपॉजिट और एडवांस की रसीद ज़रूर लें,जिसमें जमा की गई राशि और तारीख का स्पष्ट उल्लेख हो.रिफंड (Refund):एग्रीमेंट में यह बात ज़रूर शामिल कराएं कि प्रॉपर्टी खाली करते समय,नुकसान न होने की स्थिति में,डिपॉजिट कितने दिनों में और कैसे वापस मिलेगा.4. पड़ोसी,आस-पड़ोस और सुविधाएंआप जिस माहौल में रहने जा रहे हैं,वह भी बहुत मायने रखता है.पड़ोस कैसा है?आस-पास के लोगों से बात करके वहां के माहौल,सुरक्षा और रहन-सहन के बारे में पूछें.सुरक्षा:इलाका कितना सुरक्षित है?रात में या अकेले घूमना कितना सुरक्षित महसूस होता है?स्थानीय सुविधाएं:प्रॉपर्टी के पास बेसिक सुविधाएं जैसे कि किराने की दुकान (grocery store),मेडिकल स्टोर,पब्लिक ट्रांसपोर्ट (bus/metro stop),डॉक्टर या अस्पताल की सुविधा कितनी है,यह ज़रूर जांचें.शोर-शराबा:क्या आस-पास कोई ऐसी जगह है जहां से बहुत ज़्यादा शोर आता हो (जैसे कंस्ट्रक्शन साइट,फैक्ट्री)?5. अन्य कानूनी और व्यावहारिक पहलूमेंटेनेंस चार्जेस (Maintenance Charges):यदि यह किसी सोसाइटी में है,तो मेंटेनेंस चार्ज कौन देगा?पार्किंग:अगर आपके पास गाड़ी है,तो पार्किंग की सुविधा है या नहीं,और अगर है तो उसका चार्ज कितना है?मॉडिफिकेशन (Modifications):क्या आप घर में छोटे-मोटे बदलाव (जैसे पेंटिंग, कील ठोकना) कर सकते हैं,इसकी पहले ही इजाज़त ले लें.इन सब बातों को ध्यान में रखकर,आप न केवल एक अच्छा और सुरक्षित किराए का घर पा सकते हैं,बल्कि भविष्य में होने वाली कई परेशानियों से भी बच सकते हैं. अपनी समझदारी और थोड़ी सी प्लानिंग से किराए का घर भी अपना घर जैसा लगने लगता है!
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