BY HARSHUL YADAV
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर वर्तमान में पाकिस्तान में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भाग ले रहे हैं। इस समिट में, उन्होंने पाकिस्तान के शाहबाज शरीफ के सामने आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने पाकिस्तान से पूछा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों के खराब होने के पीछे क्या कारण हैं।
इस दौरान, जयशंकर ने चीन का भी उल्लेख करते हुए परियोजना का मुद्दा उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि SCO का उद्देश्य एकतरफा तरीके से पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, "अगर विश्वास की कमी है या सहयोग अधूरा है, अगर दोस्ती में कमी आई है और पड़ोसी के रूप में अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है, तो इसके लिए रूप से विचार करने की आवश्यकता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि अगर सीमा पार आतंकवाद, चरमपंथ और को बढ़ावा दिया गया, तो व्यापार, ऊर्जा प्रवाह और लोगों के बीच संपर्क कैसे बढ़ेगा? जयशंकर ने स्पष्ट किया कि कोई भी देश के साथ प्रगति नहीं कर सकता और विकास के लिए शांति आवश्यक है। भारत हमेशा पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी रिश्ते चाहता है, लेकिन इसके लिए को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त वातावरण बनाना होगा।
जयशंकर का यह बयान उनके पाकिस्तान के शाहबाज शरीफ के साथ हुई बैठक के एक दिन बाद आया। उन्होंने कहा कि यदि हम व्यापार और व्यवसाय के मार्गों के संदर्भ में विश्व प्रथाओं का पालन करते हैं, तो सदस्य देशों की प्रगति संभव नहीं है। इसके लिए सभी देशों को क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता देनी होगी
PC - HINDUSTAN TIMES
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