Next Story
Newszop

दोस्त और सगे भाई ने बहन के मंगेतर को तड़पा-तड़पाकर मारा, कैंची और सुआ से गोदकर दी भयानक मौत

Send Push

दिल्ली के बाबा हरिदास नगर थाना क्षेत्र में अवनीश उर्फ गोलू की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आई जानकारी और बरामद हथियारों ने इस हत्याकांड की पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस के अनुसार, यह हत्या प्रेम, ईर्ष्या और बदले की भावना से प्रेरित थी, जिसे साजिश के तहत बेहद बेरहमी से अंजाम दिया गया।

साजिश के पीछे की पृष्ठभूमि

अवनीश की उम्र लगभग 26 साल थी और उसकी शादी 17 मई को तय हुई थी, जबकि रिसेप्शन 19 मई को होना था। वह जिनसे शादी करने जा रहा था, वह युवती एक युवक देवेंद्र की परिचित थी। देवेंद्र और युवती के बीच घनिष्ठ मित्रता थी, और देवेंद्र नहीं चाहता था कि अवनीश उसकी दोस्त से शादी करे। यही नहीं, युवती का भाई इशांत भी इस रिश्ते के सख्त खिलाफ था।

इशांत ने पुलिस को बताया कि अवनीश जबरन उसकी बहन से शादी करने की जिद कर रहा था और उसे तंग करता था। इशांत और देवेंद्र के मुताबिक, अवनीश की मौजूदगी उनके जीवन में समस्या बन चुकी थी, इसलिए दोनों ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।

हत्या की योजना और क्रियान्वयन

डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के अनुसार, इस पूरे मामले की जांच बाबा हरिदास नगर थाने और एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड की संयुक्त टीम ने की। टीम का नेतृत्व एसीपी महेश नारायण ने किया, जबकि कार्रवाई को एसएचओ बलराम सिंह बेनीवाल, इंस्पेक्टर रवि कुमार, अमित कुमार और नारकोटिक्स स्क्वॉड के इंस्पेक्टर सुभाष चंद ने अंजाम दिया।

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि इशांत ने अवनीश को कॉल करके खेत की तरफ बुलाया। जैसे ही अवनीश बाइक पर वहां पहुंचा, इशांत ने पीछे से सुआ (तेजधार हथियार) से हमला करके उसे बाइक से नीचे गिरा दिया। इसी बीच, देवेंद्र पहले से वहां घात लगाए बैठा था। उसने अवनीश पर कैंची से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए।

जब तक अवनीश कुछ समझ पाता या खुद को बचा पाता, तब तक दोनों आरोपियों ने उसे बेरहमी से लहूलुहान कर दिया। उसके शरीर पर कई जगह गहरे घाव थे। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, हमला इतनी क्रूरता से किया गया था कि मौके पर ही अवनीश की मौत हो गई।

हथियारों की बरामदगी और तकनीकी जांच

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल सुआ और कैंची को बरामद कर लिया है। ये वही हथियार हैं जिनसे अवनीश की हत्या की गई थी। इसके साथ ही पुलिस ने एक अन्य संदिग्ध को भी हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ जारी है और उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।

पुलिस ने तकनीकी जांच, मोबाइल रिकॉर्ड्स, कॉल डेटा और घटनास्थल की फॉरेंसिक पड़ताल के आधार पर पूरे हत्याकांड की साजिश और उसके पीछे के कारणों की पुष्टि की है।

लड़की की भूमिका पर संदेह बरकरार

इस हत्याकांड में लड़की की संलिप्तता को लेकर फिलहाल कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। हालांकि, यह बात स्पष्ट है कि पूरा मामला उसी के विवाह प्रस्ताव और उससे जुड़े विवाद से शुरू हुआ। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है कि क्या युवती को इस साजिश की जानकारी थी या उसने किसी रूप में इस अपराध को बढ़ावा दिया।

चारों आरोपी रिमांड पर, हत्या का पूरा सीक्वेंस उजागर

गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को कई दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया, ताकि पूरे वारदात के सिलसिले को स्पष्ट रूप से समझा जा सके। रिमांड के दौरान आरोपियों ने हत्या की योजना, हथियारों की व्यवस्था, कॉल डिटेल्स, और वारदात के बाद की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

समाज में फैली दहशत, पुलिस की सक्रियता की सराहना

इस दर्दनाक और अमानवीय वारदात से स्थानीय समुदाय में दहशत फैल गई है। एक ओर जहां अवनीश के परिजन सदमे में हैं, वहीं दूसरी ओर लोग यह सोचकर दहशत में हैं कि किस प्रकार निजी रंजिशें और रिश्तों की उलझनें जानलेवा रूप ले सकती हैं।

हालांकि, पुलिस की तेज और सटीक कार्रवाई से लोगों में विश्वास भी बढ़ा है। समय रहते आरोपियों की गिरफ्तारी, हथियारों की बरामदगी और साजिश का खुलासा दिल्ली पुलिस की कार्यशैली की तारीफ के काबिल है।

निष्कर्ष

अवनीश हत्याकांड एक बार फिर यह साबित करता है कि व्यक्तिगत ईर्ष्या और अविश्वास किस हद तक इंसान को गिरा सकता है। प्रेम, दोस्ती और रिश्तों की आड़ में छिपी नफरतें कई बार खतरनाक रूप ले लेती हैं। इस हत्याकांड से सबक लिया जाना चाहिए कि संवाद, समझ और कानून के रास्ते ही किसी भी विवाद का हल हैं। पुलिस ने भले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इस तरह की घटनाएं समाज को सोचने पर मजबूर करती हैं कि कहां और क्यों हम इंसानियत से भटक रहे हैं।

Loving Newspoint? Download the app now