राजीव तारानाथ (अंग्रेज़ी: Rajeev Taranath, जन्म- 17 अक्टूबर, 1932) भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हैं, जो सरोद बजाते हैं। वह भारत के ही ख्याति प्राप्त अली अकबर ख़ान के शिष्य हैं। राजीव तारानाथ को साल 2019 में पद्म श्री और 1999-2000 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार सहित भारत के कुछ सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिले हैं।
राजीव तारानाथ ने साहित्य में पीएचडी की थी। उन्होंने क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज, तिरुचिरापल्ली में एक प्रोफेसर के रूप में कार्य किया।
बाद में कुछ समय पश्चात राजीव तारानाथ कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) आ गये, जहाँ उन्होंने अली अकबर ख़ान के संरक्षण में अपना संगीत प्रशिक्षण शुरू किया।
राजीव तारानाथ ने 2009 में खान के निधन तक अपने गुरु से सीखना जारी रखा।
रविशंकर, अन्नपूर्णा देवी, निखिल बनर्जी और आशीष ख़ान जैसे गुरुओं का भी राजीव तारानाथ को मार्गदर्शन मिला है।
उन्हें साल 2019 में पद्म श्री और 1999-2000 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार सहित भारत के कुछ सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान मिले हैं।
राजीव तारानाथ ने फोर्ड फाउंडेशन के विद्वान (1989 से 1992) के रूप में मैहर-अलाउद्दीन घराने की शिक्षण तकनीकों पर शोध और प्रकाशन भी किया।
संगीत के क्षेत्र में इनके योगदान के लिये निम्न पुरस्कार व सम्मान मिले हैं-
बसवश्री पुरस्कार, 2021
एस.वी. नारायणराव मेमोरियल नेशनल अवार्ड, 2020
पद्म श्री, 2019
नदोजा' पुरस्कार, 2018
संगीत विधान पुरस्कार, 2018
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1999-2000
संगीत नृत्य अकादमी पुरस्कार, 1993
कर्नाटक राज्य प्रशस्ति, 1996
केम्पे गौड़ा पुरस्कार, 2006
ब्रह्मरम्बा एन नागराज राव स्वर्ण पदक
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