कटिहार, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मां जानकी धाम के संस्थापक राजेश गुरनानी चार सूत्री मांगों को लेकर बुधवार से जिला समाहरणालय मुख्य द्वार के बाहर आमरण अनशन पर बैठेंगे।
राजेश गुरनानी का कहना है कि मनिहारी प्रखंड के कारी कोसी बांध पर बसे गंगा कटाव पीड़ितों को अविलंब पुनर्वासित किया जाए। इन परिवारों को पिछले 15 वर्षों से पुनर्वास की आस है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बिहार सरकार ने राशि भी उपलब्ध करा दी है और उच्च न्यायालय का आदेश भी उनके समर्थन में है, लेकिन जिला प्रशासन कटिहार द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दूसरी मांग के रूप में राजेश गुरनानी ने कहा है कि मनिहारी नगर पालिका अंतर्गत चरवाहा विद्यालय एवं सिंगल टोला की भूमि पर बसे कटाव पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान बनाए जाएं। इसके अलावा धुरियाही सहित अन्य पंचायत के परिवारों को भी पुनर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
गुरनानी ने कहा कि कटिहार नगर निगम अंतर्गत 4000 फुटपाथ दुकानदारों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का पैसा दिया गया है, लेकिन उनके लिए परिचय पत्र, खाद्यवेंडिंग प्रमाण पत्र, वेंडिंग जोन और विवाद निस्तारण समिति का गठन नहीं किया गया है। इसके अलावा टीवीसी में स्वीकृत सात वेंडिंग जोनों का साकार रूप भी कटिहार शहर को नहीं मिला है, जिससे अतिक्रमण की समस्या व्याप्त है।
चौथी मांग को लेकर राजेश गुरनानी ने कहा है कि नाई समाज सहित अति पिछड़ा वर्ग के लिए सामुदायिक सह विवाह भवन की आधारशिला अविलंब रखवाई जाए। इससे समाज के लोगों को सुविधा होगी और उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार होगा।
राजेश गुरनानी का कहना है कि वे अपनी मांगें पूरी होने तक अनशन पर बैठे रहेंगे। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष भी अनशन पर बैठेंगे। पुनर्वास समिति के अध्यक्ष आचार्य विद्यासागर शास्त्री का कहना है कि नीतीश कुमार के सुशासन पर जिला प्रशासन कटिहार द्वारा ग्रहण लगाया जा रहा है, जिसका प्रजातांत्रिक विरोध करना जायज है।
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(Udaipur Kiran) / विनोद सिंह
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