—सुगम और प्रोटोकॉल दर्शन पर लगेगी रोक,खास भीड़ प्रबंधन की योजना
वाराणसी,21 जून (Udaipur Kiran) । श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन माह की तैयारियां चल रही हैं। सावन माह में उमड़ने वाली लाखों की भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के साथ सुगम दर्शन को लेकर खास प्रबंध किया जा रहा है। सावन माह के चार सोमवार पर धाम में आने वाले लाखों शिवभक्तों को दर्शन-पूजन और जलाभिषेक में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रोटोकॉल के साथ ही सुगम दर्शन पर रोक लगाई जाएगी। सावन माह की तैयारियों को लेकर वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर एस राजलिंगम ने पुलिस कमिश्नर के साथ अफसरों संग बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया है। अफसरों ने प्रयागराज महाकुंभ से भी बेहतर ढ़ंग से दर्शन पूजन की व्यवस्था बनाने की तैयारी की है। मंदिर न्यास के अफसरों के अनुसार पिछली बार सावन मास में 1.65 करोड़ श्रद्धालु आए थे। सावन भी दो महीने तक चला था। इस बार भी सावन माह में धाम में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान हैं । सावन मास की शुरूआत 11 जुलाई से हो रही है। ऐसे में मंदिर में श्रद्धालुओं के सुचारू दर्शन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक प्रबंध पहले से ही कर लेने को कहा गया है। कमिश्नर ने मंदिर में दर्शनार्थियों की होने वाली भारी संख्या को देखते हुए उनके सुरक्षा के मुकम्मल बंदोबस्त पर जोर दिया गया। इसके लिए मंदिर कॉरिडोर सहित मार्गों एवं आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए है। कमिश्नर ने सेंट्रलाइज्ड साउंड सिस्टम,पर्याप्त पब्लिक एड्रेस सिस्टम सहित अतिरिक्त साउंड सिस्टम की भी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। सावन माह के प्रत्येक सोमवार को दर्शनार्थियों की लगने वाली लाइन को देख आवश्यकतानुसार मजबूत बैरिकेटिंग, उनकी सुविधा के लिए पेयजल, छाया आदि का पर्याप्त प्रबंध रहेगा। सावन माह में दिव्यांग, वृद्धजन मैदागिन एवं गोदौलिया से गोल्फकार्ट पर सवार होकर मंदिर के गेट तक जाएंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर एवं आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त साफ सफाई, मोबाइल टॉयलेट आदि का प्रबंध किया जा रहा है। सम्पूर्ण धाम में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराने, ई रिक्शा संचालन और पैडल रिक्शा को भीड़ वालों स्थानों पर संचालित करने की मनाही की गई हैं । सावन माह में गोदौलिया से मैदागिन तक का क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित रहेगा। मंदिर में सावन के हर सोमवार को स्पर्श दर्शन नहीं होगा। भीड़ प्रबंधन के लिए जिग जैग प्रणाली अपनाया जाएगा। संपूर्ण परिचालन इन एंड आउट के तहत दर्शनार्थियों को नन्दूफ़ारिया, अन्नपूर्णा, सरस्वती, भैरव द्वार से प्रवेश होगा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम हेतु विभिन्न छह स्थानों पर लगाने के लिए चिह्नित कर लिया गया है। काशी द्वार से स्थानीय लोगों को प्रवेश दिया जाएगा।
—इस बार सावन में कुल चार सावन सोमवार पड़ेंगे
इस वर्ष श्रावण माह की शुरुआत 11 जुलाई 2025 से हो रही है। और इसका समापन 9 अगस्त 2025 को होगा। इस बार सावन में कुल चार सावन सोमवार पड़ेंगे। 14 जुलाई को पहला सोमवार,21 जुलाई को दूसरा,28 जुलाई को तीसरा सोमवार और चार अगस्त को चौथा और आखिरी सोमवार पड़ेगा। श्री काशी विश्वनाथ दरबार में बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग का अलग—अलग श्रृंगार होगा।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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