छतरपुर, 20 अप्रैल . मध्य प्रदेश में छतरपुर स्थित जिला अस्पताल में पत्नी के साथ इलाज कराने के लिए पहुंचे बुजुर्ग के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. यहां डॉक्टर ने 77 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को लात-घूंसों से पीटा और हाथ पकड़कर घसीटते हुए अस्पताल चौकी तक ले गया. वहां ले जाकर जमीन पर पटक दिया. घटना 17 अप्रैल को सुबह की है, लेकिन रविवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, ग्राम नौगांव निवासी उधल लाल जोशी (77) बाते गुरुवार को अपनी पत्नी लाली जोशी (70) के साथ इलाज के लिए 30 किलोमीटर दूर से अस्पताल आए थे. वे सुबह 10 बजे अस्पताल के ओपीडी रूम नंबर 11 के सामने टोकन नंबर 178 लेकर लाइन में खड़े थे. जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर राजेश अग्रवाल काफी देरी से ओपीडी रूप में आए. बुजुर्ग ने उनसे लेट आने का कारण पूछा. इससे डॉक्टर नाराज हो गए और पहले उनका पर्चा फाड़ दिया. फिर बुजुर्ग को थप्पड़ मार दिया और लात-घूंसों से पिटाई कर दी. इसके बाद एक कंपाउंडर की मदद से हाथ पकड़कर घसीटते हुए अस्पताल में बनी पुलिस चौकी तक ले गए. वहां ले जाकर जमीन पर पटक दिया.
मौके पर मौजूद एक अन्य मरीज जीतेंद्र ने बताया कि पुलिस ने डॉक्टर और कंपाउंडर को केवल समझाइश देकर छोड़ दिया. बुजुर्ग दंपत्ति बिना इलाज कराए ही वापस लौट गए. इस मामले को लेकर सिविल सर्जन जीएल अहिरवार से मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टर को समझा दिया है कि बुजुर्गों को सबसे पहले देखना है.
इस तरह के कृत्य को लेकर स्थानीय लोगों के बीच नाराजगी है और उनका कहना है कि डॉक्टर एक बुजुर्ग के साथ इस तरीके का व्यवहार करता है, तो उसके साथ समझाइश नहीं बल्कि कार्रवाई होनी चाहिए. इससे पहले भी जिला अस्पताल में मरीजों के साथ मारपीट किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं. मामले का वीडियो सामने आने के बाद एसडीएम अखिल राठौर ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
इधर, कांग्रेस पार्टी ने मामले को लेकर मोहन यादव सरकार पर निशाना साधा है. एमपी कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि यह मोहन सरकार के कुशासन की तस्वीर है. छतरपुर के सरकारी अस्पताल में एक 77 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को डॉक्टर ने अमानवीय तरीके से घसीटकर बाहर फेंक दिया. मोहन यादव जी, यह आपका कैसा विकास मॉडल है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं यातनाएं मिल रही हैं. मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों से बार बार सामने आते दृश्य बता रहे हैं कि भाजपा राज में स्वास्थ्य सेवा नहीं प्रताड़ना बन गई है. वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने रविवार को कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में तत्काल सुधार की आवश्यकता है. उन्होंने छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल से मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है.
तोमर
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