अंबिकापुर/एमसीबी, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Chief Minister शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलेभर के शासकीय विद्यालयों में आज सामाजिक अंकेक्षण दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट और जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम शर्मा ने विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यालयीय व्यवस्थाओं और विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति की विस्तृत समीक्षा की.
कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने खड़गवां विकासखंड के देवाडांड संकुल अंतर्गत हाई स्कूल देवाडांड, प्राथमिक शाला लकरापारा सहित कई विद्यालयों का दौरा किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों की उपस्थिति, शिक्षण स्तर, मिड-डे मील की गुणवत्ता, स्वच्छता व्यवस्था, पुस्तकालय संचालन, अधिगम स्तर और शिक्षण सामग्री के उपयोग का बारीकी से अवलोकन किया.
कलेक्टर ने बच्चों से आत्मीय संवाद कर पढ़ाई, भोजन, शिक्षण पद्धति और स्कूल वातावरण के बारे में जानकारी ली. विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक उत्तर देते हुए बताया कि विद्यालय में शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है और मिड-डे मील की गुणवत्ता संतोषजनक है.
उन्होंने शिक्षकों को निर्देशित किया कि प्रत्येक विद्यार्थी की सीखने की गति पर ध्यान दें ताकि Chief Minister शिक्षा गुणवत्ता अभियान का मूल उद्देश्य “हर बच्चा पढ़े, सीखे और आगे बढ़े” साकार हो सके. उन्होंने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण केवल निरीक्षण की प्रक्रिया नहीं, बल्कि शिक्षा की वास्तविक गुणवत्ता को परखने का सशक्त माध्यम है.
सीईओ ने कोड़ा संकुल में की समीक्षा
जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम शर्मा ने कोड़ा संकुल के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला कोड़ा, माध्यमिक शाला कोड़ा, पूर्व माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला नेवरी, माध्यमिक शाला बेलबहरा और प्राथमिक शाला महादेवपाली का निरीक्षण किया.
उन्होंने विद्यालयों की साफ-सफाई व्यवस्था, पेयजल सुविधा, शिक्षण सामग्री की उपलब्धता और विद्यार्थियों की उपस्थिति की समीक्षा की. सीईओ ने विद्यार्थियों और अभिभावकों से संवाद करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता और सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि शिक्षा तभी सशक्त होगी जब समाज जिम्मेदारी से इसमें सहभागी बनेगा और हर अभिभावक अपने बच्चों की पढ़ाई पर सक्रिय ध्यान देगा.
समुदाय की भागीदारी और शिक्षा में पारदर्शिता
सीईओ ने शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों से बैठक कर पारदर्शिता, जिम्मेदारी और समाज की सहभागिता को बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने विद्यालयों में स्वच्छता और अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए.
कलेक्टर एवं सीईओ ने संयुक्त रूप से कहा कि Chief Minister शिक्षा गुणवत्ता अभियान राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो यह सुनिश्चित करता है कि गाँव से लेकर शहर तक हर बच्चा समान अवसरों के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सके.
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(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह
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