शिमला, 29 अप्रैल . हिमाचल किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजीव देष्टा ने भारतीय किसान यूनियन नेता नरेश टिकैत के सिंधु जल संधि को लेकर केंद्र सरकार के निर्णय पर विरोध जताने को दुर्भाग्यपूर्ण और राष्ट्रविरोधी बताया है.
किसान नेता देष्टा ने मंगलवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि उन्हाेंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, तब टिकैत का ऐसा बयान न केवल आतंक पीड़ितों का अपमान है बल्कि यह देश की एकता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है. देष्टा ने कहा कि पाकिस्तान जैसे देश जो भारत में निर्दाेष लोगों की हत्या को बढ़ावा देता है, उसके साथ किसी भी तरह के संबंध की वकालत करना देश की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है. उन्होंने टिकैत के बयान को देश के घावों पर नमक छिड़कने के समान बताया.
हिमाचल किसान मोर्चा ने टिकैत से देश और किसानों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है और साथ ही ऐसे विचार रखने वाले लोगों का सामाजिक बहिष्कार कर उनका हुक्का-पानी बंद करने की अपील की है.
किसान नेता संजीव देष्टा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के सिंधु जल संधि को समाप्त करने के फैसले का समर्थन करते हुए इसे आतंकवाद के खिलाफ एक ऐतिहासिक और दृढ़ निर्णय बताया. उन्होंने कहा कि यह कदम भारत की संप्रभुता, आत्मसम्मान और सुरक्षा के प्रति सरकार की अडिग प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
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/ उज्जवल शर्मा
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