Next Story
Newszop

शैक्षणिक शोध कार्य को बढावा देने के उद्देश्य से एमजीसीयू व नेपाल संस्कृत विश्वविधालय में एमओयू

Send Push

पूर्वी चंपारण,01 जुलाई (Udaipur Kiran) । महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी तथा नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक तथा अकादमिक गतिविधियों के संयुक्त संचालन एवं शोध क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग को दृष्टि में रखते हुए द्विपक्षीय समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता नेपाल के डांग जिले के बेलमुंडी स्थित नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय में संपन्न हुआ।

इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालयों के संकाय सदस्य संयुक्त रूप से शोध कार्यों में शोध निर्देशन करेंगे। शैक्षणिक तथा अकादमिक कौशल संवर्धन संबंधी कार्यशालाओं के साथ अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त रूप से संगोष्ठियों का आयोजन करेंगे। दोनों विश्वविद्यालय अपने- अपने शिक्षकों तथा छात्रों का अकादमिक उद्देश्य के लिए आदान-प्रदान भी करेंगे। दोनों विश्वविद्यालयों ने नेपाल तथा भारत के भाषा, साहित्य,संस्कृति, दर्शन, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान आदि शोध संबंधी विषयों पर संयुक्त रूप से अनुसंधान तथा अकादमिक कार्य संपादित करेगे।

इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के माध्यम से शोध परियोजनाओं का संचालन के साथ ही विभिन्न शोध पत्रिकाओं तथा पुस्तकों का संयुक्त रूप से संपादन व प्रकाशन भी किया जाएगा। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से जनसंपर्क प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. श्याम नंदन, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ. गोविंद प्रसाद वर्मा तथा सह छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ बबलू पाल ने समझौते पर हस्ताक्षर किए । नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से शोध केंद्र के कार्यकारी निदेशक प्रो. सूदन पौडेल, डॉ. बालकृष्ण शर्मा और प्रो. विष्णु दहाल ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।

इस समझौते को लेकर महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझौता राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 की अपेक्षाओं तथा शिक्षा मंत्रालय की दिशा निर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय के अंतरर्राष्ट्रीयकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों विश्वविद्यालय भाषा, साहित्य, संस्कृति के साथ ही साथ ज्ञान के विविध अनुशासनों के सापेक्ष पारस्परिक सहयोग से शोध एवं अनुसंधान के लिए अनेक नए आयाम उद्घाटित करेंगे ।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में जल्दी ही नेपाली भाषा के अध्ययन अध्यापन तथा शोध के लिए नेपाली भाषा का विभाग खोला जाएगा। समझौता पत्र पर हस्ताक्षर के बाद महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के जनसंपर्क प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. श्याम नंदन ने कहा कि यह समझौता महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान की दृष्टि से एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। दोनों विश्वविद्यालय पारस्परिक सहयोग के माध्यम से अकादमिक उन्नयन की दिशा में एक साथ अग्रसर होंगे।

समझौता पत्र पर हस्ताक्षर के उपरांत नेपाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोध केंद्र के कार्यकारी निदेशक प्रो. सूदन पौडेल ने कहा की नेपाल और भारत के बीच अति दीर्घकाल से सांस्कृतिक संबंध चले आ रहे हैं। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच यह समझौता न केवल अकादमिक की दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि दोनों विश्वविद्यालय एक साथ काम करते हुए दोनों मित्र राष्ट्रों के सांस्कृतिक संबंध को और मजबूत बनाने की कोशिश भी करेंगे।

—————

(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार

Loving Newspoint? Download the app now